- एक हजार से ज्यादा लोगों को जननी सुरक्षा योजना का लाभ नहीं
- सात दिन के भीतर जांच के निर्देश कलेक्टर ने दिये
- दो घंटे जिला अस्पताल के निरीक्षण में खुल गई कई पोल
[highlight color=”red”]अम्बिकापुर[/highlight]
[highlight color=”black”]दीपक सराठे [/highlight]
सरगुजा कलेक्टर भीम सिंह ने आज दोपहर जिला अस्पताल सह मेडिकल कॉलेज का औचक निरीक्षण किया। दो घंटे के निरीक्षण में कलेक्टर श्री सिंह के सामने अस्पताल की अव्यवस्था के कई पोल खुलकर सामने आये। जननी सुरक्षा योजना से संबंधित मामले में एक हजार से ज्यादा प्रसूताओं को लाभ नहीं मिल पाने की बात पर कलेक्टर बेहद नाराज हुये और सख्त रूख अपनाकर सात दिन के भीतर जांच के आदेश दिये हैं। डिप्टी कलेक्टर की अध्यक्षता में इस मामले में जांच की जायेगी। आखिर किस कारण से इस योजना का क्रियान्वयन सही तरीके से नहीं हुआ और चेक क्यों वापस आ गये इसकी जांच उपरांत दोषी पर कार्यवाही की बात कलेक्टर ने कही है।
कलेक्टर श्री सिंह सोमवार की दोपहर 3 बजे जिला अस्पताल सह मेडिकल कॉलेज पहुंचे थे। श्री सिंह ने अस्पताल के सभी वार्डो का गहन निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मरीजों से बात करते हुये वहां मिलने वाली सुविधाओं के बारे में पूछा। मरीजों से चर्चा करते समय यह बात सामने आई कि उन्हें दवाईयां अस्पताल से नहीं मिल रही है। यहां तक की कफ सिरफ व कैल्सियम तक बाहर से खरीदना पड़ रहा है। बच्चा वार्ड में हुये इस खुलासे के बाद कलेक्टर ने मेडिकल कॉलेज अधीक्षक डॉ. घनश्याम सिंह को कहा कि दो माह के भीतर दवाओं की स्थिति को चेक करें और दवाएं अगर शासन से नहीं आती है तो स्थानीय स्तर पर खरीदकर वैकल्पिक व्यवस्था बनाये। बच्चा वार्ड में महीनों से बाथरूम ठीक नहीं होने की बात पर उन्होंने तत्काल उसे ठीक कराने व व्यवस्था सुनिश्चित कराने की बात कही। जिसके साथ पुरक पोषण पुर्नवास केंद्र के निरीक्षण के दौरान वहां सीपेज की समस्या व पूरे अस्पताल में सीपेज होने पर पीडब्ल्यूडी को तत्काल मरम्मत कराने निर्देशित किया। पुर्नवास केंद्र के पीछे डे्रनेज की परेशानी को देख नगर निगम को पूरे अस्पताल की डे्रेनेज व्यवस्था बनाने की बात कही है।
[highlight color=”black”]सभी जगह की दें रोज फोटोग्राफी[/highlight]
कलेक्टर श्री सिंह ने अस्पताल में अव्यवस्थाओं को देख तत्काल व्यवस्था बनाने के साथ-साथ जिम्मेदारअधिकारियों को हर रोज की फोटोग्राफी उपलब्ध कराने के लिये निर्देशित किया। फोटोग्राफी के माध्यम से अब अस्पताल की व्यवस्था के बारे में कलेक्टर जान सकेेेंगे।
[highlight color=”black”]कीचड़ में बन रहा खाना[/highlight]
निरीक्षण के दौरान महिला वार्ड की ओर कीचड़ भरे स्थान पर मरीज के परिजनों को खाना बनाते देख कलेक्टर ने साफ शब्दों में प्रबंधन को कहा कि आपकी सुविधा यही है कि मरीज के परिजन कीचड़ में खाना बना रहे हैं। कलेक्टर ने उक्त स्थान को तत्काल ठीक करवाकर दस से बारह गैस कनेक्शन देने को कहा। चूंकि ग्रामीणों को गैस के बारे में जानकारी नहीं होने की सूरत में प्रबंधन को वहां पर एक स्टाफ को सहायता के लिये रखने के निर्देश दिये हैं।
[highlight color=”black”]मौत के बाद तो मिले सुकून[/highlight]
पोस्टमार्टम कक्ष तक जाने वाले मार्ग की दयनीय स्थिति को देखते हुये कलेक्टर श्री सिंह ने प्रबंधन को आड़े हाथो लेते हुये कहा कि कम से कम मौत के बाद तो सुकून का रास्ता लोगों को नसीब हो सके। आप लोग ऐसी जगह को भी अनदेखा करके भी चलते हैं। कम से कम ऐसी सडक बनाये ताकि लोग उस पर चल सके।
[highlight color=”black”]रसोई घर की हुई तारीफ[/highlight]
कलेक्टर श्री ङ्क्षसह ने अस्पताल के सभी वार्डों के अलावा मरीजों को मिलने वाले खाने सहित रसोईघर का भी निरीक्षण किया। श्री सिंह ने रसोईघर की व्यवस्था व साफ-सफाई को देख तारीफ की। उनका कहना था कि पिछली बार की अपेक्षा इस बार व्यवस्थाओं में काफी सुधार आया है।