रायपुर। अजीत जोगी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप साहू ने बयान जारी कर बताया कि छत्तीसगढ़ मेडिकल कारपोरेशन के आला अधिकारियों के ढीले रवैये का खामियाजा आज पूरा प्रदेश भुगत रहा है। कोरोना महामारी को देखते हुए जो तैयारी और खरीददारी CGMSC को करनी थी, वो आजतक नही की गई। चाहे वो दवाइयां हो या उपकरण। CGMSC अधिकारियों को जवाब देना चाहिए कि क्यों 14 सितंबर 2020 में आये हुए खरीदी पत्र क्रमांक DHS/16/के स्टोर/2020/702 दिनांक जिसके अनुसार 21 एक्स-रे मशीन की खरीद करनी थी। इसकी टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बावजूद महीनों से इसकी खरीद नही की जा सकी। किसके इशारों का इंतजार किया जा रहा था। क्या कमीशन का खेल तो नहीं था।
उसी तरह जीवन रक्षक दवाई FAVIPIRAVIR जिसकी 77लाख टेबलेट खरीद करनी थी। जिसकी मांग 13 अप्रैल 2021 DHS पत्र क्रमांक /स्टोर /2021/78 में की गई है। उसकी खरीदी भी नही की गई जो कि कोरोना से लड़ने में सबसे आवश्यक है।
साहू ने तंज कसते हुए कहा कि ये दोनों ही चीज़े कोरोना महामारी से लड़ने के लिए उपयोगी है। जिसकी खरीद न होने से प्रदेश की जनता को इलाज और दवाई में देरी हुई। जिससे बहुत से लोगो की जान गई है जो बचाई जा सकती थी।
CGMSC अधिकारियों को ये बताना चाहिए कि इतनी बड़ी जानलेवा लापरवाही क्यों हुई क्यों.? समय पर चीज़े नही खरीदी गई, क्यों महीनों समय होने के बावजूद व्यवस्था नही बनाई गई। आज दवाईओ और उपकरण की किल्लत है जिसके कारण लोगो की मौत हो रही। क्या CGMSC भ्रष्टाचार के रेट चल रही है या किसी कमीशन का खेल है।
साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री @BhupeshBaghel इन अधिकारी की लापरवाही पर क्या कार्यवाही करेंगे। जिसके ढीले और अड़ियल रवैये की कीमत प्रदेश की जनता को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी।