रायपुर
राज्य सरकार की अनदेखी और वादाखिलाफी के चलते’’ प्रदेश में किसान लगातार परेशान बदहाल होते जा रहे है। मुफ्त बिजली, समर्थन मूल्य, बोनस की बात तो दूर अब तो सरकार पानी भी किसानों का छिन्ने लगी है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी ने कहा है कि प्रदेश के मुखिया डाॅ. रमन सिंह लोकसुराज अभियान के चलते मिर्ची के खेती में जाकर फोटो खिचवाते है, क्योंकि उनमें अनाज (धान) पैदा करने वाले किसानों के बीच जाने का साहस नहीं है, उन्हें इस बात का डर है कि 2100 रू. समर्थन मूल्य तथा 300 रू. बोनस के सवालों से घिर न जाये। राज्य की रमन सरकार विगत 13 वर्षो से किसानों के साथ धोखा करती आयी है। चुनावी फायदों के मद्देनजर अपने घोषणा पत्र में किसानों के हितैषी बनने का ढोंग रचती रही है, आज अनाज पैदा करने वाला प्रदेश का किसान सरकार की किसान विरोधी नीतियो से परेशान और भयभीत है। प्राकृतिक आपदाओं और सिंचाई के लिये सरकार द्वारा नहरो से पानी नहीं दिये जाने के चलते किसानो का सर्ववत कृषि बर्बाद हो गया था और छत्तीसगढ़ में 100 से अधिक किसानों ने महज एक वर्ष में आत्महत्या कर ली है।
कृषि ऋण न चुका पाने को मजबूर किसानों ने आत्महत्या कर ली, परंतु सरकार के मन में जरा भी दया भावना पैदा नहीं हुई और ना ही किसानों का ऋण माफ किया गया। प्रदेश के किसानों को मुफ्त बिजली के नाम पर ठगा जा रहा है। सिंचाई विद्युत मीटर लगा दिया गया है। जिससे अनाप-शनाप बिजली बिल दिया जा रहा है। किसान विरोधी ढोंगी सरकार इस वर्ष बिना किसी नियम कायदो के कृषि बिजली मूल्यों में वृद्धि कर दी है। बावजूद इसके गरियाबंद, धरसींवा, धमतरी, दुर्ग जिलों में बिजली गुल और लो वोल्टेज के चलते खेतों में सिंचाई बाधित हो रही है। जिससे किसानों में भय के साथ-साथ आक्रोश भी नजर आ रहा है। तपती धूप और गर्मी के चलते फसल पानी के आभाव में जमीनों पर दरारे आनी शुरू हो गई है, कई खेतों की तो फसल बर्बाद भी हो चुकी है जिससे स्वयं गांव वालो ने उक्त खेत को जानवरों को चरा दिया है। दरअसल खेत में फसल सूख रही है, किसानों के पास अपना बोर पंप तो है परंतु बिजली के आभाव मे सिंचाई नहीं कर पा रहे है। नहरों से पानी नहीं दिया जा रहा है। बड़े उद्योग एवं पावर प्लांटो को स्टाप डेम बनाकर पानी दे दिया जा रहा है। यह सरकार पूर्णतः किसान विरोधी सरकार है। कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ हो रहे अन्याय को लेकर सड़क से लेकर सदन तक की लड़ाई लड़ती रहेगी।