
सूरजपुर. छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में निजी विद्यालय हंस वाहिनी विद्या मंदिर में केजी-2 के छात्र के साथ हुई अमानवीय हरकत के बाद प्रशासन ने कड़ा रूख अपनाया है. 24 नवंबर को गृह कार्य पूरा न करने पर संस्था की शिक्षिका ने मासूम छात्र को विद्यालय परिसर में पेड़ से लटकाकर पीटा, जिसका मामला सामने आते ही जिले में हड़कंप मच गया.
कलेक्टर के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने तत्काल कार्रवाई शुरू करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी ने घटना वाले दिन ही विकासखंड शिक्षा अधिकारी रामानुजनगर से जांच प्रतिवेदन मांगा. जांच रिपोर्ट मिलने के बाद विद्यालय प्रबंधन को नोटिस जारी किया गया और संबंधित शिक्षिका से जवाब तलब किया गया. शिक्षिका का उत्तर असंतोषजनक पाए जाने पर उसे सेवा से बर्खास्त कर दिया गया.जांच के दौरान यह भी सामने आया कि स्कूल कच्चे आवासीय भवन में संचालित है, कक्षा 8वीं तक की मान्यता होने के बावजूद विद्यालय के संचालन में कई नियमों की अनदेखी की जा रही है. विद्यालय की कुल छात्र संख्या 146 बताई गई है और इसे केवल सशर्त अस्थायी मान्यता मिली थी. इसके बावजूद विद्यालय द्वारा निर्धारित मानकों का पालन नहीं किया जा रहा था. स्कूल में बच्चों को शारीरिक दंड न देने संबंधी नियम 6.2 और प्रवेश क्षमता व सुविधाओं के अनुपात संबंधी नियम 6.9 का भी उल्लंघन सामने आया है. इन गंभीर त्रुटियों के मद्देनज़र विद्यालय को कारण बताओ नोटिस जारी कर दो दिवस के भीतर जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं. संतोषजनक उत्तर न मिलने पर विद्यालय प्रबंधन के विरुद्ध नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
जांच के दौरान यह भी सामने आया कि स्कूल कच्चे आवासीय भवन में संचालित है, कक्षा 8वीं तक की मान्यता होने के बावजूद विद्यालय के संचालन में कई नियमों की अनदेखी की जा रही है. विद्यालय की कुल छात्र संख्या 146 बताई गई है और इसे केवल सशर्त अस्थायी मान्यता मिली थी. इसके बावजूद विद्यालय द्वारा निर्धारित मानकों का पालन नहीं किया जा रहा था. स्कूल में बच्चों को शारीरिक दंड न देने संबंधी नियम 6.2 और प्रवेश क्षमता व सुविधाओं के अनुपात संबंधी नियम 6.9 का भी उल्लंघन सामने आया है. इन गंभीर त्रुटियों के मद्देनज़र विद्यालय को कारण बताओ नोटिस जारी कर दो दिवस के भीतर जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं. संतोषजनक उत्तर न मिलने पर विद्यालय प्रबंधन के विरुद्ध नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी.घटना के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने जिले के सभी निजी विद्यालयों के प्राचार्यों और प्रबंधकों की बैठक बुलाई, जिसमें बच्चों के साथ किसी भी प्रकार के दुराचार और दंड की पुनरावृत्ति रोकने के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए. साथ ही सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारियों से जिले में संचालित निजी विद्यालयों के नियम अनुपालन की समीक्षा कर रिपोर्ट प्राप्त की गई है. रिपोर्ट के आधार पर भविष्य में शिक्षा मानकों का पालन न करने वाले 32 निजी विद्यालयों को वर्ष 2025–26 में बंद करने की प्रक्रिया सुनिश्चित की जा रही है.
घटना के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने जिले के सभी निजी विद्यालयों के प्राचार्यों और प्रबंधकों की बैठक बुलाई, जिसमें बच्चों के साथ किसी भी प्रकार के दुराचार और दंड की पुनरावृत्ति रोकने के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए. साथ ही सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारियों से जिले में संचालित निजी विद्यालयों के नियम अनुपालन की समीक्षा कर रिपोर्ट प्राप्त की गई है. रिपोर्ट के आधार पर भविष्य में शिक्षा मानकों का पालन न करने वाले 32 निजी विद्यालयों को वर्ष 2025–26 में बंद करने की प्रक्रिया सुनिश्चित की जा रही है.
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