सूरजपुर..(आयुष जायसवाल)..पुलिस अधीक्षक राजेश कुकरेजा के आते ही जिले की पुलिस एक्टिव हो गयी है..इसी परिप्रेक्ष्य में करंजी पुलिस ने एक चार दिन पहले हुए चोरी के आरोपी को गिरफ्तार किया है..
बता दें कि, 02 नवंबर की रात में करंजी चौकी क्षेत्र के ग्राम रूनीयडीह के शासकीय कर्मचारी शशि कला खलखो पति स्व. मार्शल कुजूर उम्र 55 वर्ष के घर में किसी अज्ञात चोर द्वारा मकान का ताला तोड़कर अलमारी के लॉकर में रखा सोने चांदी का गहना, जेवर व कमरे में से बर्तन, मोबाइल चोरी कर लिया गया था.. मौके पर चोरी के दिन नगर पुलिस अधीक्षक जेपी भारतेंदु व करंजी चौकी प्रभारी संजय गोस्वामी व अन्य स्टाफ द्वारा मौके पहुच कर जांच कर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी गई थी.
वह एसपी के आदेश पर करंजी पुलिस मामले में जोर-शोर से आरोपी की तलाश में जुट गई थी.. इसी बीच 07 नवंबर को करंजी चौकी क्षेत्र के निगरानी बदमाश भज्जू उर्फ लल्लू बसदेवा पिता रामाधार बसदेवा, उम्र 26 वर्ष जो की ग्राम सुहागपुर का निवासी है, जिसे आशंका के आधार पर पुलिस ने पंचायत भवन के पास से घेराबंदी कर गिरफ्तार किया.. जिसे कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी भज्जू बसदेवा ने अपना जुर्म कुबूल किया..
आरोपी ने बताया कि नर्स के सुने मकान में लगे ताला को तोड़कर घर के अंदर घुस कर अलमारी में लगे चाबी से लाकर को खोल कर उसमे रखे लगभग 72 हजार कीमत का जैसे सोना चांदी का गहना सोने का कान का लटकन,मंगलसूत्र, अंगूठी व चांदी का पायल करधनी एवं एलमुनियम का कड़ाई व दो नग कांस का थाली व 3 नग मोबाइल चोरी कर लिया था.
वही बज्जू बसदेवा से कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा सूरजपुर थाना क्षेत्र से चोरी किया हुआ लगभग 1 लाख कीमत के दो होंडा शाइन सोल्ड मोटरसाइकिल भी चोरी करना बताया..जिसे करंजी पुलिस ने जप्त कर लिया वही चोरी किए हुए..3 मोबाइल को खराब होने पर रेन नदी में फेंक देना बताया जो करंजी पुलिस द्वारा खोजा गया लेकिन वह नहीं मिला. साथ ही उक्त मामले में करंजी पुलिस ने शत प्रतिशत चोरी किये हुए सामान को बरामद कर लिया है..
मामले में करंजी पुलिस ने आरोपी के विरुद्ध धारा 41(1-4 ) जा. फ़ौ /379 भारतीय दंड सहिता के तहत कार्यवाही किया गया व समान जप्त कर आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया जहाँ से उसे जेल भेज दिया गया.
इस कार्यवाही में चौकी प्रभारी करंजी संजय गोस्वामी, प्रधान आरक्षक रघुवंश सिंह, विकाश सिंह, वरुण तिवारी, आरक्षक ताराचंद यादव, धनेश्वर सिंह, भोला राजवाड़े, रामचन्द्र राम, महिला आरक्षक द्रोपदी राजवाड़े व स्वाति उपाध्याय सक्रिय रहे..