मैनपाट महोत्सव में “छत्तीसगढ़ी सरगुजिहा व्यंजनो की बगिया” में पहुँचे मंत्री अमरजीत और डहरिया…चारपाई में बैठकर टमाटर, लकड़ा की चटनी के साथ भजिया, पुआ रोटी का लिया आनंद!.. देखिये तस्वीरें…

अम्बिकापुर। छत्तीसगढ़ के शिमला में पूरे उत्साह और उमंग के साथ तीन दिवसीय मैनपाट महोत्सव का आगाज हुआ। ढलती दोपहर के वक्त प्रदेश के सांस्कृति मंत्री अमरजीत भगत और नगरीय प्रशासन मंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री शिव डहरिया ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम के शुरू होने से पहले दोनों मंत्रियों ने सामूहिक विवाह में वर और वधु को आशीर्वाद देकर..उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी।

जिसके बाद मंत्रियों ने जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों के द्वारा लगाए गए स्टालों का अवलोकन किया। जिसमें नगर निगम अम्बिकापुर, महिला बाल विकास, मत्स्य एवं पशु पालन विभाग एवम अंतर व्यवसायी विभाग, वन विभाग, जनसंपर्क विभाग सहित कई विभाग के स्टाल शामिल थे।

स्टॉल के अवलोकन के दौरान एक खास चीज़ ने मंत्रियों को अपनी ओर खूब आकर्षित किया। जिसमे छत्तीसगढ़ी पारंपरिक त्यौहारों पर बनाये जाने वाले व्यंजन शामिल थे। उस स्टॉल नाम “छत्तीसगढ़ी सरगुजिहा व्यंजनों की बगिया” था।

इस स्टॉल में छत्तीसगढ़ी त्यौहारों में बनाये जाने वाले अनेक प्रकार के व्यंजन शामिल थे। जिसमें धुसका, ठेपुआ, खुरमी, गुजिया, सलोनी, पपची, पुआ, गुलगुला, बड़ा, खुरमी, फरहा, बर्फ़ी आदि थे।

सभी व्यंजनों के अवलोकन के दौरान दोनों मंत्रियों ने लकड़ी के बने देशी चारपाई में बैठकर टमाटर, लकड़ा के बने चटनी के साथ भजिया और पुआ रोटी खाकर ख़ूब आनंद लिया..और स्टॉल के कर्मचारियों की जमकर तारीफ़ की।