सूरजपुर में विद्युत विभाग की लापरवाही से आदिकाल जैसी हो गई स्थिति! नहीं चल रहा कोई विद्युत उपकरण, सील पत्थर में पिसे जा रहे मसाले

Surajpur News: गर्मी के दिनों में पानी की किल्लत ना हो इसलिए पीएचई विभाग द्वारा पहले से व्यवस्थाएं दुरुस्त कर ली जाती है. नल, सोलर पैनल इत्यादि संसाधनों की मरम्मत कर ली जाती है. ताकि गर्मी में लोगों को पेयजल की समस्या ना हो. ऐसा ही कुछ बिजली विभाग करता है. बारिश के मौसम में अक्सर विद्युत खंभों में पेड़ गिर जाते है, इसकी वजह से फॉल्ट होता है और विभाग के कर्मचारियों को फॉल्ट खोजने में ही कई दिन लग जाते है. ऐसे में बिजली उपभोक्ताओं को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसलिए बिजली विभाग द्वारा भी बरसात से पूर्व व्यवस्थाएं दुरुस्त कर ली जाती है, लेकिन सूरजपुर जिले में विद्युत विभाग की मनमानी सर चढ़कर बोल रही है. विभाग की लापरवाही का नतीजा यह है कि ग्रामीण क्षेत्र के लोग आदि काल में पहुंच गए है. लोग घर में कोई विद्युत से चलने वाले उपकरण नहीं चला पा रहे है. मसाला पीसने के लिए सील पत्थर का उपयोग किया जाने लगा है, क्योंकि मिक्सी चलाने के लिए लाइट नहीं है.

दरअसल, जिले के सिलफिली के आसपास लगभग दर्जन से ज्यादा गांव हैं. जिनमें क्रमशः गणेशपुर, गोपालपुर, कमलपुर, मदनपुर, मोरभंज, पहाड़गांव, परसापारा, वीरपुर, करौंदामुड़ा, कनकपुर, रांगपारा, करतमा आदि. इन गांव में मेंटेनेंस के नाम पर सुबह लाइट काट दी जाती है व सीधे रात में 8 से 10 बजे दो फेसलाइट दी जाती है. जिसका नतीजा यह है कि लोग अपने बोरवेल चालू नहीं कर पा रहे हैं और उनके फसलों को हो रही क्षति, जो किसानों के ऊपर सीधे असर पड़ रहा है. पिछले 15 दिनों से बिजली की यह स्थिति है कि लोग आदिकाल में पहुंच चुके हैं, लोगों के घर में फ्रिज, वाशिंग मशीन या कोई भी विद्युत उपकरण नहीं चल पा रहे हैं. जिससे वह सील और पत्थर के युग में आ चुके हैं. मसाला पीसने के लिए मिक्सी तक नहीं चल रही है. अधिकारियों से हर दिन विवाद की स्थिति बनी रहती है. कई अधिकारी ऐसे हैं जो अपना मोबाइल बंद कर ड्यूटी से नदारद भी पाए जाते हैं.

बता दें कि, बिजली विभाग की लापरवाही सिर्फ सिलफिली इलाके में नहीं बल्कि जिला मुख्यालय सूरजपुर से लगे दर्जनों गांव में भी देखने को मिल रही है. सूरजपुर मुख्यालय से लगे महगंवा सब स्टेशन से रामपुर, रामनगर, नमदगिरी, करंजी, खरसुरा, रुनियाडीह, सरस्वतीपुर, सोहागपुर और अन्य कई गांव में विद्युत सप्लाई होती है. लेकिन पिछले 15 दिन से इन गांव के लोग बिजली की आंख-मिचौली से परेशान हैं. बिजली की अघोषित कटौती से लोगों में आक्रोश है. सरकारी कामों के साथ निजी व व्यावसायिक कार्य भी प्रभावित हो रहे है. इस संबंध में सूरजपुर विद्युत विभाग के जेई (Joint Engineer) अक्षय कुमार से बात कि गई तो उन्होंने कहा सब स्टेशन में पावर ट्रांसफार्मर में लोड ज्यादा आ गया है, इसलिए बार-बार बिजली गुल हो रही है. वहीं उन्होंने दस दिन बाद इस समस्या का समाधान होने की बात कही है.