खबर का असर : बच्चो के कंधो से हटेगा बस्ते का बोझ…

[highlight color=”black”]अम्बिकापुर [/highlight][highlight color=”red”]देश दीपक “सचिन”[/highlight]
फटाफट न्यूज की खबर का हुआ असर
 
प्राचार्यो को 3 अगस्त से करना होगा क्रियान्वयन
 
केजी से दूसरी कक्षा तक सिर्फ दो किलोग्राम का होगा बस्ता
 
बच्चो के कंधो पर स्कूल बस्तों के बढ़ते बोझ को कम करने के सी एम् के आदेश के बाद भी कोई पहल ना होने के बाद फ़टाफ़ट न्यूज ने प्रमुखता से खबर लगाईं थी, गौरतलब है की शहर की छात्रा अपूर्वा दीक्षित ने सी एम् को पत्र लिखकर बस्ते का दर्द बताया था जिस पर सी एम् के आदेश के बाद भी कोई कार्यवाही ना होने पर फ़टाफ़ट न्यूज ने 20 जुलाई को खबर प्रकाशित की थी, लिहाजा खबर के असर के रूप में आज जिला शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किया है
जिला जिला शिक्षाधिकारी आर.पी. आदित्य की अध्यक्षता में आज अम्बिकापुर विकासखण्ड के अशासकीय विद्यालयों के प्राचार्यो की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में पहलीं से आठवीं कक्षा तक के बच्चों के बस्ते का बोझ कम करने के संबंध में विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा प्राचार्यो को आवष्यक निर्देश दिये गये।
प्राचार्यो को निर्देशित किया गया है कि सेमेस्टर के अनुसार पहली से आठवीं तक के पुस्तकों का उपयोग किया जाये। विद्यालय के समय-सारणी को इस प्रकार बनाने कहा गया है कि बच्चों को सभी पुस्तकें एवं काॅपी प्रतिदिन विद्यालय लेकर न आना पड़े। तीन विषय एक दिन तथा शेष तीन विषय दूसरे दिन हो। सभी विद्यार्थियों को विद्यालय के समय-सारणी देने के निर्देश दिये गये, ताकि अभिभावक बच्चों का बस्ता समय-सारणी के अनुसार तैयार कर सकें। खेल एवं अन्य शैक्षणिक गतिविधियों का कालखण्ड प्रतिदिन रखने कहा गया है। विद्यार्थियों को विद्यालय में सन्दर्भ पुस्तक एवं गाईड रखकर नहीं आने कहा गया है। बच्चों के स्कूल बैग का वजन केजी से दूसरी कक्षा तक दो किलोग्राम, तीसरी से चौथी से तीन किलोग्राम, पांचवी से सातवीं तक चार किलोग्राम तथा आठवीं से ऊपर छः किलोग्राम से कम रखने के निर्देश दिये गये है। विद्यालयों में अधिक से अधिक एन.सी.ई.आर.टी. एवं एस.सी.ई.आर.टी. के पुस्तकों का उपयोग करने कहा गया है। विद्यालयों में पुस्तकालय रखने के निर्देष दिये गये,ताकि यदि कोई बच्चा पाठ्यपुस्तक नहीं लाता है तो वह पुस्तकालय में पढ़ सकें। सामान्य ज्ञान, नैतिक शिक्षा तथा कम्प्यूटर कक्षा का अध्ययन सप्ताह में एक या
दो दिन करने के निर्देश दिये गये है।
जिला शिक्षा अधिकारी ने प्राचार्यो को निर्देशित किया है कि विद्यालयों के सुविधानुसार  1 अगस्त तक समय-सारणी तैयार कर ले तथा 2 अगस्त को बच्चों के माध्यम से अभिभावकों को अवगत करायें एवं 3 अगस्त से निर्देशो का पालन सुनिष्चित करें। उन्होंने सभी विकासखण्ड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशो का पालन सुनिष्चित कराने कहा है।
देखिये क्या थी फटाफट की खबर-