बिलासपुर। कोरोनो वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए राज्य सरकार ने चार चरणों मे लॉकडाउन लगाया है, ऐसे में न्यायधानी से एक दुखद खबर सामने आई है। लॉकडाउन के चलते शराब नहीं मिलने और अधिक नशे की लत पूरा करने ग्रामीणों ने महुआ शराब में कफ सीरप मिलाकर पी लिया। जिनमें से आठ युवकों ने रात में ही दम तोड़ दिया। वहीं, जबकि दो की हालत गंभीर बनी हुई है। यह पूरा मामला सिरगिट्टी थाना क्षेत्र के ग्राम कोरमी का है। जहां रहने वाले 32 वर्षीय कमलेश धुरी, 21 वर्षीय अक्षय धुरी और राजेश धुरी, 25 वर्षीय समारू धुरी, 40 वर्षीय खेमचंद धुरी सहित 50 वर्षीय कैलाश धुरी मंगलवार की शाम गांव से बाहर जाकर शराब पी रहे थे।
इस दौरान युवकों ने महुआ शराब में नशा बढ़ाने के लिए होम्योपैथिक कफ सीरप मिला दिया। इसके बाद सभी सीरप मिली शराब गटक गए। शराब पीने के बाद सभी अपने-अपने घर आ गए। रात में ही इनकी तबीयत बिगड़ गई। सभी को उल्टीयां होने लगी। इस पर युवकों ने अपने घर में शराब पीने की बात कही। शराब पीने पर उल्टी होने के कारण परिवार वालों ने इस पर ध्यान नहीं दिया। देर रात कमलेश और राजेश की मौत हो गई। परिवार के लोगों ने कोरोना की आशंका पर सुबह ही मृतक युवकों का अंतिम संस्कार कर दिया। वहीं, बुधवार की दोपहर अक्षय और समारू ने दम तोड़ दिया। गांव में एक साथ आठ युवकों की मौत की सूचना किसी ने सिरगिट्टी पुलिस की दी। इस पर पुलिस की टीम ने गांव पहुंचकर पूछताछ की। जहा मृतक के परिवार वालों ने युवकों के कफ सीरप पीने की जानकारी दी। वहीं, दो लोगों की तबीयत खराब होने की जानकारी भी गांव वालों ने दी। इस पर पुलिस ने गंभीर खेमचंद और कैलाश को सिम्स में भर्ती कराया। सिम्स में स्थिति गंभीर होने पर खेमचंद को अपोलो रेफर कर दिया गया। वहीं, कैलाश का सिम्स में उपचार चल रहा है। जहा स्थिति नाजुक बनी हुई है।
शराब या सिरप बनी मौत की वजह इसकी पुष्टि नहीं हुई
मामले में जैसे ही सूचना मिली पुलिस अपनी जांच में जुट गई है, जिन्हें प्रारम्भिक जांच में एल्कोहल युक्त सिरप के सेवन से यह घटना होने की जानकारी मिली है, लिहाज़ा इसकी अभी तक पुष्टि नही हो पाई है कि कच्ची शराब या सिरप पीने से युवकों की ऐसी हालत हुई है, क्योकि परिजन भी स्पष्ट बता पाने में असमर्थ है और गंभीर युवकों का बयान नही लिया जा सका है, फ़िलहाल पुलिस तमाम पहलुओं पर अपनी जांच कर रही है और असल तथ्यों तक पहुँचने जुट गई है।
झोलाछाप डॉक्टर ने उपलब्ध कराई दवा
सिम्स में भर्ती 50 वर्षीय कैलाश धुरी के परीजनों ने जानकारी देते हुए बताया कि हमे यह तो पता नहीं की कौन सी दवा पी है। लेकिन गांव के बाहर एक डॉक्टर मुनिया माता के नाम से नया नया क्लीनिक खोला है। यहां ही होम्योपैथी दवा मिलती है। शायद यही से ये लोग सिरफ लिए होगे। जब कैलाश घर में उलटी करने लगा तो हमने पूछ इस दौरान उसने बताया कि महुआ शराब के एक डिस्पोजल में एक ढक्कन सिरफ मिलाकर पीए है। इसी के बाद से तबीयत ठीक नहीं लग रही।
लॉकडाउन के वजह से तीन सप्ताह से बंद है शराब दुकान, शराबियों की मानसिक स्थिति बदलने से हो रही मौत
कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए, शासन के आदेश पर 14 अप्रैल से प्रदेश के साथ ही जिले में शराब की दूकान तकरीबन 22 दिन से बंद है। जिससे नशे की लत को मिटाने शरबिय तरह तहत के हथकण्डे अपना रहे है। जिसका भुगतान उन्हें जान देकर चुकाना पड़ रहा है। इधर शराबियों के लिए निर्मित हुई इस विपरीत परिस्थितियों में गांवों में महुआ सहित कोरोक्स और अन्य तरह से नशा करने का जुगांड़ कर रहें है। कुछ जगहों में महुआ से शराब बनाकर उसे गांव-गांव में खपाया जा रहा है। ऐसे में अब नशे के तलब में तरह तहर के जुगाड़ लगाने से लोगो की तबीयत बिगड़ रही तो अब जान भी जाने लगी है।