होली क्रॉस वीमेंस कॉलेज ने बेटियों में बचपन को सलामत रखने व दुलार जताने हेतु मनाया गया बालदिवस…

अंबिकापुर। होली क्रॉस वीमेंस कॉलेज में अध्ययनरत बेटियों में बचपन को कायम रखने व उनके प्रति स्नेह भाव प्रदर्शित करने हेतु मनाया गया बालदिवस,इस दिवस पर भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू जिनके जन्मदिवस को इस दिन के रूप में मनाया जाता है,याद करके उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते किया।

कार्यक्रम के प्रारंभ में सहायक प्राध्यापक अंग्रेजी सुश्री प्रज्ञा सिंह ने सभी का स्वागत करते हुए छात्राओं को
बालदिवस की बधाई देते हुए आगे के कार्यक्रम संचालन हेतु
सुश्री प्रकृति केसरी सा.प्रा.अंग्रेजी को आमंत्रित किया।सर्वप्रथम बी.एस. सी.की छात्राओं द्वारा प्रार्थना गीत प्रस्तुत किया गया, उसके बाद प्रारम्भ हुआ शिक्षकों
की प्रस्तुतियों का सिलसिला,सर्वप्रथम ,सोनल सिन्हा सा.प्रा.वाणिज्य ने एक सुंदर प्रार्थना गीत गाया ,उसके बाद रितु मैडम सा.प्रा.राजनीति व अन्य सहायक प्राध्यापकों व गैर शैक्षणिक स्टाफ के समूह ने मिलकर सरगुजिहा नृत्य पर सर लोगों द्वारा बजाए गए मांदर की थाप पर लय के साथ अत्यंत सुंदर प्रस्तुति दी।

इसके उपरांत इस अवसर पर एन. जी. पी.ई सर्टिफिकेट परीक्षा जिसका आयोजन मार्च 2022 में नेशनल फिजिक्स टीचर्स एसोसिएशन द्वारा किया गया था, उसमे सम्मिलित छात्राओं में से महाविद्यालय की आठ छात्राएँ जिन्होंने केंद्र में सर्वाधिक अंक अर्जित कर राष्ट्रीय स्तर का प्रमाणपत्र अर्जित किया, उनके नाम की उदघोषणा श्री आलोक चक्रवर्ती विभागाध्यक्ष गणित ने की और प्राचार्य डॉ सिस्टर शांता जोसेफ ने उन्हें प्रमाणपत्र प्रदान किया।

कार्यक्रम की अगली कड़ी में विक्की विक्टर सर व सोनल मैडम ने माधुर्य से भरा एक युगल गीत प्रस्तुत किया ,इसके अलावा इंदु मैडम व ग्रुप ने जिसमे कई विषयों के सहायक प्राध्यापकों के अलावा गैर शैक्षणिक स्टाफ़ के सदस्य भी मौजूद थे अत्यंत सुंदर कर्मा नृत्य की प्रस्तुति दी।

इस कार्यक्रम में शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक स्टाफ के अलावा उपप्राचार्य डॉ सिस्टर मंजू टोप्पो भी उपस्थित रहीं। सुंदर प्रस्तुतियों के पश्चात प्राचार्य महोदया ने छात्राओं को आशीर्वचन के माध्यम से हमेशा खुश रहने और कड़े परिश्रम से मंजिल तक पहुंचने का आशीर्वाद प्रदान करते हुए नकारात्मकता से दूर रहकर व्यक्तित्व विकास हेतु प्रेरित किया।

इस कार्यक्रम की परिकल्पना प्राचार्य डॉ सिस्टर शांता जोसेफ की थी, और उस परिकल्पना को साकार रूप देने और उसमें अपनी खूबसूरत प्रस्तुतियों से रंग भरने में स्टाफ के सदस्यों ने कोई कसर नही छोड़ा।


छात्राओं के चेहरे पर व्याप्त खुशी और कार्यक्रम के दौरान उनकी उत्साहपूर्ण सहभागिता ने सबके उत्साह को कई गुना संवर्धित कर दिया।