अम्बिकापुर. देश मे कोरोना वायरस की मार हर वर्ग झेल रहा है. गांव हो या शहर कोरोना संक्रमण ने हर जगह दस्तक दे दी है. जिसके प्रसार को रोकने के लिए केंद्र सहित राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है. छत्तीसगढ़ में भी कोरोना संक्रमण इन दिनों चरम पर है. जिसे देखते हुए राज्य के कई जिलों में लॉकडाउन लगाया गया है. लेकिन इस लॉकडाउन में गरीब तपके, जो दैनिक मजदूरी या मांगकर अपना भरण पोषण करते थे उनके सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गयी है. सरगुजा में भी यही हालात हैं, जो लोग दिन में मजदूरी या दान मांगकर खाना खाते थे उन्हें भोजन नसीब नहीं हो रहा था. उनकी इस समस्या को देखते हुए हिन्दू युवा एकता मंच उन्हें कच्चा राशन उपलब्ध करा रही है.
कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए सरगुजा में 14 अप्रैल से लॉकडाउन लगाया गया है. जिसके तहत व्यावसायिक प्रतिष्ठान, दुकान, होटल खोंलने की अनुमति नहीं है. प्रशासन द्वारा लोगों को अनावश्यक घर से नहीं निकलने की अपील की जा रही है. ऐसे समय मे उन लोगों के सामने मुसीबत खड़ी हो गयी है. जो मजदूरी व मांगकर अपनी दिनचर्या चलाते थे. इस समस्या को देखते हुए अम्बिकापुर हिन्दू युवा एकता मंच के युवा ऎसे लोगों को कच्चा राशन उपलब्ध करा रहा है जिनके पास वर्तमान में कोई रोजगार नहीं है और जिन्हें भोजन की समस्या है.
“हिन्दू युवा एकता मंच के सुधाकर सिंह ने बताया कि हिन्दू युवा एकता मंच के 15-20 लोगों की टीम द्वारा हर दिन 20-25 ऐसे लोगों को कच्चा राशन उपलब्ध कराया जा रहा है. जिनके पास वर्तमान में राशन की समस्या है. राशन के तौर पर 5 किलों चावल, सोयाबीन, तेल, आलू और मसाला दिया जा रहा है. जिससे भोजन बना सके. उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया में ऐसे लोगों की जानकारी देने की अपील की गयी है जिन्हें भोजन उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. इससे उन्हें जरूरतमंदों की जानकारी मिलती है. जिन्हें कच्चा राशन उपलब्ध कराया जाता है.”