सर! आपने तो कहा था मिलेगा वेतन.. पर अब दीपावली कैसे मनाएँ.?

अम्बिकापुर..(सीतापुर/अनिल उपाध्याय)..कल पूरे देश मे दीपावली का त्यौहार है. सभी साल में एक बार आने वाले इस पर्व को धूमधाम से अपने परिवार, रिश्तेदार और दोस्तों के साथ सेलिब्रेट करेंगे. पूरे देश मे इस त्यौहार को मनाने के लिए. सभी सरकारी संस्थानों, स्कूल, कॉलेजो में सरकार ने छुट्टियां घोषित कर दी है. जिससे सभी हंसी खुशी दीपोत्सव के इस त्यौहार को मना सकें. और सरकार ने एडवांस पेमेंट मतलब दीवाली से पहले ही सभी कर्मचारियों का वेतन भुगतान करने का घोषणा भी कर दिया. लेकिन उनका यह घोषणा सिर्फ़ छलावा बनकर रह गया. क्योंकि सैंकड़ो शिक्षको को वेतन नहीं मिल पाया. और उनकी यह दीवाली फीकी रह गई.

दरअसल, सरगुजा जिले के सीतापुर और मैनपाट ब्लॉक के सैंकड़ों शिक्षकों का दीपावली से पूर्व वेतन भुगतान नहीं हुआ. जिससे शिक्षकों में काफ़ी आक्रोश व्याप्त है. जिसका छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन ने बैंक प्रबंधन व विभागीय लापरवाही का आरोप लगाते हुए. एसडीएम से कार्रवाई की माग की है. जानकारी के अनुसार, शिक्षकों के वेतन भुगतान के लिए विभाग द्वारा सभी प्रक्रिया पूरी करके बैंक में जमा कर दिया गया था. लेकिन बैंक प्रबंधन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया. और शिक्षकों की खुशियों पर पानी फेर दिया. और दीपों के इस पर्व में उनके घरों में अंधेरा छा गया.

बता दें की सीतापुर और मैनपाट के सैकड़ों शिक्षक ऐसे हैं. जिनको जुलाई महीने से वेतन नहीं मिला है. लेकिन भूपेश सरकार के दीवाली से पहले वेतन देने की घोषणा ने उनके चेहरे पर मुस्कान ला दी थी. लेकिन उनकी खुशियां उस वक्त छन से टूट गई. जब दीवाली से एक दिन पहले वेतन देने का वादा कर चुकी सरकार की घोषणा. झूठी साबित हो गई.

इस संबंध में छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के ब्लॉक अध्यक्ष सुशील मिश्रा ने बताया की बैंक प्रबंधन ने शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार किया है. जिसका हम विरोध करते है. सीतापुर और मैनपाट के सैकड़ों शिक्षकों को वेतन भुगतान के लिए एक साथ सभी औपचारिकताएं पूरी की गई थी. उसके बाद भुगतान के लिए सम्बंधित सेंट्रल बैंक में चेक जमा किया गया था. चेक जमा होने के बाद मैनपाट वालो को बैंक ने समय पर वेतन भुगतान करा दिया पर बैंक प्रबंधन की लापरवाही के कारण सीतापुर वालो को समय पर वेतन भुगतान नही हो सका.

इस संबंध में बीईओ नरेंद्र सिंह ने बताया कि दीपावली से पूर्व वेतन भुगतान के संबंध में सभी आवश्यक कार्रवाई बैंक में भुगतान हेतु राशि जमा करा दिया था. उसके बावजूद अगर शिक्षकों को समय पर वेतन का भुगतान नही हो पाया तो कही न कही बैंक प्रबंधन की लापरवाही नजर आती है.