अम्बिकापुर..(उदयपुर/क्रांति रावत)..कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन के दौरान तेंदूपत्ता तोड़ाई से उदयपुर वन परिक्षेत्र के 13700 संग्राहकों को रोजगार मिला है. इस सीजन में वन परिक्षेत्र के लिए 13400 मानक बोरा तेंदूपत्ता खरीदी का लक्ष्य रखा गया है. खरीदी दर 4000 रुपये प्रति मानक बोरा है. परिक्षेत्र के अंतर्गत उदयपुर, डाँड़गांव, केदमा और रिखी. कुल चार समितियों के माध्यम से 74 फड़ बनाए गए हैं. जिनमें हरा सोना तेंदूपत्ता की खरीदी की जा रही है.
परिक्षेत्र कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार 18 मई की स्थिति में 4839 मानक बोरा तेंदूपत्ता की खरीदी की जा चुकी है. प्रतिदिन तेंदूपत्ता खरीदी का कार्य लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए लगातार जारी है. क्रय किए गए तेंदूपत्ता का भुगतान संग्राहकों के खाते में 15 दिवस के भीतर जमा होना है. इस कार्य में 35 कर्मचारी फड़ अभिरक्षक के रूप में कार्य कर रहे हैं.. तथा 74 फड़ मुंशी खरीदी के लिए नियुक्त किए गए हैं. जो फड़ में दस्तावेजों का संधारण कर खरीदी के कार्य को शासन की मंशा अनुरूप संचालन कर रहे हैं.
एक ओर जहां पूरा देश कोरोना महामारी की वजह से रोजगार के संकट से जूझ रहा है. उद्योग धंधे और फैक्ट्रियां कई जगहों पर बंद है. इन सबके बीच वनाच्छादित प्रदेश छत्तीसगढ़ में वनोपज संग्रहण से रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं. जिससे संग्राहकों एवं उनके परिजनों को बड़ा सहारा मिला है.. और यह इनके रोजी रोटी के संकट को दूर कर आगे बढ़ने का माध्यम बन रहा है.