छत्तीसगढ़ में पैदा होने वाला एथनॉल खरीदने के लिए देश की 3 बड़ी कम्पनियाँ तैयार की गई है , यानि की प्लांट लगने से पहले ही प्रदेश को खरीददार मिल चुके है , ये कम्पनियां साल भर में 12 करोड़ रूपए लीटर तेल का उत्पादन करेंगी , जबकि इसमें साढ़े 3 लाख मीट्रिक टन धान की खपत होगी , प्रदेश की 4 कंपनियों में एथनॉल का प्लांट लगाया जाएगा।
कहाँ -कहाँ स्थापित किये जाएंगे ये प्लांट –
एथनॉल प्लांट की कंपनी 2 मुंगेली में तथा जांजगीर और महासमुंद में एक- एक कंपनी स्थापित की जाएगी।
इन कंपनियों से लगभग 600 लोगों को रोजगार मिल सकेगा।
2500 रूपए प्रति क्विंटल की दर से हो रही धान की खरीदी के बाद यहाँ धान के उत्पादन में काफी बढ़ोत्तरी आई है। जिसकी खपत के लिए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से एथनॉल बनाने की अनुमति मांगी थी। जिसकी अनुमति मिलने के बाद प्रदेश की चारो कंपनियों में एथनॉल के निर्माण को लेकर काफी रूचि दिखाई जा रही है।
60 फीसदी धान खरीदना जरुरी-
इन कंपनियों को राज्य सरकार से 60 फीसदी धान खरीदना अनिवार्य होगा , जबकि शेष धान वो खुले बाजार से एमएसपी में भी खरीद सकता है।
देश की 3 बड़ी कंपनियां जो प्रदेश से खरीदेंगी एथनॉल-
हिंदुस्तान पेट्रोलियम , भारत पेट्रोयिलयम और इंडियन ऑयल कंपनी। इन कम्पनियो ने 1 दिसंबर 2020 से 30 नवम्बर 2025 तक के लिए मंजूरी दे दी है।इससे यहां के एथनॉल प्लांट कंपनियों को गति मिलेगी।
छत्तीसगढ़ के लिए लाभकारी-
देश में अगले पांच साल तक लगभग 2225 करोड़ लीटर एथनॉल की जरुरत होगी प्रदेश में चारो प्लांट से लगभग 60 करोड़ लीटर एथनॉल का उत्पादन होगा इससे छत्तीसगढ़ को नई पहचान मिलेगी।