अम्बिकापुर
सरगुजा जिला के मैनपाट विकासखण्ड अंतर्गत दूरस्थ ग्राम पंचायत असकला के गिर्राडीह, मझवारपारा के अलावा कुदारीडीह गांव में पिछले 15 दिनो मे उल्टी-दस्त के प्रकोप मे अब तक सात लोगों की जान जा चुकी है। गांव में उल्टी-दस्त से अभी भी कई लोग पीडि़त है। दो लोगों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और गांव में चिकित्सकों की टीम भेज दी है। गांव में शिविर लगाकर पीडि़तों का उपचार किया जा रहा हैं। बताया गया कि क्षेत्र के अस्पताल में चिकित्सक की पदस्थापना नहीं होने से स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है। गांव में लोगों की हालत बिगडने पर भी त्वरित रूप से उपचार की कोई सुविधा लोगों को उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं।
जानकारी के अनुसार मैनपाट के दूरस्थ इलाके ग्राम पंचायत असलका के विभिन्न गांव में पिछले एक पखवाड़े से उल्टी-दस्त का प्रकोप फैला हुआ है। बरसात के इन दिनों में ग्रामीणों द्वारा दूषित पानी व खुखड़ी-पुटू के सेवन से यह स्थिति बनी है। एक सप्ताह पूर्व ही उल्टी-दस्त से एक व्यक्ति की मौत के बाद मंगलवार की सुबह एक और व्यक्ति की मौत उल्टी-दस्त से हो गई। वहीं उल्टी-दस्त से पीडि़त महिला को मिशन अस्पताल लाया गया था, जहां उसकी मौत हो गई। एक दिन में लगातार दो मौते गांव में उल्टी-दस्त से होने व कई अन्य लोगों के पीडि़त होने की खबर पर स्वास्थ्य विभाग ने तत्काल चिकित्सकों की टीम गांव में भेजी है। गांव में शिविर लगाकर पीडि़तों का उपचार किया जा रहा हैं।
हैजा से हुई मौत….
अम्बिकापुर मैनपाट में हैजा से मरने वालो की संख्या 7 हो गई है । जिसमे असकला पंचायत मे रहने वाले मझवार जाति के तकदीर पिता सोमार 32 वर्ष, घोलटू पिता लक्षन 60 वर्ष, गुड्डी पिता रामचरण 1 वर्ष,टोपी पिता लोरा 65 वर्ष, बट्टू पिता रुरहा 62 वर्ष, तो वही पनिका जाति के मंगेश्वर दास पिता भैसा दास उम्र 38 वर्ष, के साथ ही मैनपाठ की ही कुदारीडीह गांव की धनवंती यादव 45 वर्ष की अब तक मौत हो गई है।
सीएमएचओ व एसडीएम की टीम को भेजा गया है गांव-कलेक्टर
गिर्राडीह ग्राम में उल्टी-दस्त से सप्ताह भर के अंदर तीन लोगों की मौत के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है। सरगुजा कलेक्टर भीम सिंह ने बताया कि उक्त ग्राम में उल्टी-दस्त से मौत व पीडि़त होने की जानकारी मिली है। सोमवार की शाम व मंगलवार की सुबह स्वास्थ्य विभाग के सीएमएचओ व प्रशासन की ओर से एसडीएम की टीम गांव जाकर वस्तु स्थिति से अवगत हो रहे हैं और शिविर लगाकर पीडि़तो का उपचार किया जा रहा है। जो गंभीर रूप से पीडि़त हैं उन्हें तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराने व बेहतर चिकित्सा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये हैं। जानकारी के मुताबिक गांव मे बनाए गए अस्थाई कैंप मे 9 गंभीर लोगो को भर्ती किया गया है वही 4 लोगो की हालत बिगडने के बाद मेडिकल कालेज जिला अस्पताल मे बेहतर इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
कलेक्टर ने मैनपाट स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों की पदस्थापना नहीं होने को लेकर उन्होंने कहा कि पूर्व में वे एक एमबीबीएस डॉक्टर की नियुक्ति के आदेश दिये थे लेकिन वह ट्रांसफर पिरियेड में था मैं पता लगवाता हॅू अगर कोई एमबीबीएस डॉक्टर की पदस्थापना नहीं हुई है तो वे तत्काल विभाग को एमबीबीएस डॉक्टर वहां भेजने के निर्देश देंगे।