छत्तीसगढ़ में भाजपा, कांग्रेस की भूपेश सरकार पर हमलावर बनी हुई है। विधानसभा के मानसून सत्र में भाजपा ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर 269 करोड़ रुपये के गोबर घोटाले का आरोप लगाया था। अब भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने गोठानों के नाम पर कथित 1300 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप प्रदेश सरकार पर लगाया है। साव का कहना है कि छत्तीसगढ़ का गौठान घोटाला बिहार के चारा घोटाला से बड़ा है। इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए।
गौठानों में न गाय ना गोबर
पोल खोल अभियान के तहत भाजपा ने प्रदेश के गौठानों का निरीक्षण किया था। गौठानों के निरीक्षण के बाद भाजपा भूपेश सरकार पर गौमाता की दुर्दशा का आरोप लगा रही है। साव ने कहा कि भाजपा ने प्रदेश के 3,948 गौठानों तक पहुंचकर वहां का जायजा लिया। प्रदेश के सभी गौठानो में कहीं भी गाय नहीं है। ना ही गायों के लिए पर्याप्त इंतजाम है। गोबर से खाद का भी कहीं अता पता नहीं है। हाल ही में 269 करोड़ रुपये के गोबर घोटाला का खुलासा विधानसभा में किया गया था, जिसका जवाब तक प्रदेश सरकार नहीं दे पाई।
“प्रदेश सरकार ने हर क्षेत्र में बेदर्दी से घोटाला करके प्रदेश के संसाधनों की लूट मचा रखी है। चारों ओर गौठानों का बुरा हाल है। कांग्रेस ने गंगाजल को हाथ में लेकर कसम खाई थी पर उसकी सरकार ने न गंगा माता को छोड़ा और ना गौमाता को छोड़ा।”
– अरुण साव, भाजपा, प्रदेश अध्यक्ष
मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के क्षेत्र में गायों की चोरी और हत्या
साव ने अक्टूबर 2022 में 3 गौठानों में 150 गायों के भूख, प्यास और घुटन के चलते दम तोड़ने का आरोप लगाया। साव ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल के विधानसभा क्षेत्र के अचानकपुर गौठान में 25 गायों की हत्या हुई। इसी तरह आदर्श दर्जा प्राप्त सचादुर गौठान से रातों रात हिस्ट्रीशीटर गौ तस्करों ने 40 से 50 गायों की चोरी को अंजाम दिया। यह बेहद शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री के क्षेत्र में गायों की हत्या हो रही है और गृह मंत्री के क्षेत्र में गौ माता की चोरी हो रही है। 40 से ज्यादा गोवंश के गौठान से चोरी होने की पुलिस चौकी में शिकायत की गई है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष साव ने कहा कि प्रदेश सरकार गौठानों के नाम पर चाहे जितना ढोल पीट रही हो, लेकिन सच्चाई यह है कि प्रदेश में 9290 गौठान का दावा है, लेकिन 2023-24 में 175 करोड़ की बजट राशि लेने वाली इन गौठानों में से 80 प्रतिशत गौठानों में गाय रहती ही नहीं। जबकि हर गौठान में 300 गाय रखने का नियम है। ग्रामीण इलाकों में बने गौठानों में मूलभूत सुविधाओं जैसे पानी, शेड, चारा, गोबर खरीदी-बिक्री की व्यवस्था, गोबर से वर्मी खाद बनाने की व्यवस्था ही नहीं है। साव ने तंज कसा कि भूपेश जी ने कहा कि गर्मी में गाय कहीं और चली जाती हैं, पर अब तो बरसात चालू हो चुकी है, फिर भी निरीक्षण के दौरान हमें गाय नहीं मिली। रोका-छेका की जमीनी हकीकत ये है कि गायें आज भी सड़कों पर दिखाई पड़ रही है।
अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान गौठानों में रखी जाती है गाय
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की तरफ से गांवों के विकास के लिए भेजी गई राशि में भूपेश सरकार ने गौठानों के नाम पर भारी भ्रष्टाचार किया है। प्रदेश सरकार ने दो रुपए किलो की दर से गोबर खरीदकर उसे 10 रुपए प्रति किलो की दर से घटिया वर्मी कंपोस्ट के नाम पर किसानों को बेचा। सूरजपुर, बलरामपुर, सरगुजा के इलाकों में ग्रामीणों ने बताया की गौठान में आज तक एक भी गाय नहीं रही हैं। अधिकारियों के आने पर यहां गाय को इकट्ठा कर फोटोग्राफी करवा कर फिर गौठान खाली करवा दिए जाते हैं।
ग्रामीणों को नहीं मिली गोबर बेचने की राशि
बस्तर के दूरस्थ वन ग्रामों में तो स्थिति और भी गंभीर है। बस्तर के गोठानों में भाजपा प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप ने निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने देखा कि वहां गोठानों को सिर्फ जमीन घेरने के लिए बनाया जा रहा है। प्रति गौठान 8 लाख 19 हजार रुपए खर्च करने के बावजूद भी ऐसा कोई ढांचा गोठानों में दिखाई नहीं दिया। कई स्थानों पर तो ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने गोबर तो बेचा लेकिन एक रुपया तक उन्हें नहीं मिला।
गौठानों में काम करने वाले समिति के कार्यकर्ताओं को पिछले कई महीनों से मेहनताना ही नहीं दिया गया है। अकलतरा के विधायक सौरभ कुमार सिंह ने विधानसभा में भी बताया कि ऐसे-ऐसे परिवारों को लाखों रुपयों का भुगतान किया गया है जिन्होंने कभी गोबर बेचा ही नहीं, ना उनके घर में गाय है। प्रदेश में 1976 लोग हैं जिन्हें 1 लाख से अधिक राशि का भुगतान गोबर के नाम पर किया गया है।
गौठान घोटाले की सीबीआई जांच की मांग
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष साव ने कहा कि भाजपा इस पूरी रिपोर्ट को कम्पाइल कर तमाम जांच एजेंसियों को भेजेगी और यह पुरजोर मांग करती है कि चारा घोटाले की तर्ज पर ही इस घोटाले की सीबीआई जांच की जाए।
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