बलरामपुर-रामानुजगंज
बीती रात वन विभाग के कर्मचारियों की हैवानियत मासूम बच्चे पर टूट पड़ी अपने मामा के साथ मोटरसाइकिल पर ले जाने का आरोप लगाते हुए जहा वन विभाग के कर्मचारियों ने उसकी डंडे पिटाई की वन के क्रूर अधिकारियों की करतूत का उदाहरण है सी मासूम के पीठ और हाथ में डंडे की चोट के गंभीर निसान जो साफ़ दिखाई दे रहे है। वही बच्चे को रात भर पुराने रेंज आफिस के एक कमरे में बंद कर दिया। जहां मासूम रात भर एक बूँद पानी के लिए भी तरसता रहा, और सुबह स्थानीय जनप्रतिनिधियों के हस्ताक्षेप के बाद बच्चे को 9 बजे छोड़ा गया, वन विभाग के कर्मचारियों की इस हैवानियत के विरुद्ध मामला दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया गया तो दूसरी और वन विभाग ने भी अपनी गलती छुपाने के लिए थाने में आवेदन दे दिया है।
इधर दस वर्षीय मासूम ने बताया की मै अपने मामा के साथ बुद्धू टोला जा रहा था उसी दौरान वन विभाग वालो की गाडी पीछे से आ रही थी जिसे देख मामा ने मोटरसाइकिल रोक दी। उसी दौरान वहाँ वन विभाग वालो की गाडी रुकी जिसमे से वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा लकड़ी तस्करी का आरोप लगाते हुए, हाथ और डंडे से मारपीट करने लगे और वन कर्मचारियों ने हमे एक कमरे में बंद कर दिया सुबह जब इसकी भनक जनपद उपाध्यक्ष संजय गुप्ता और अन्य जनप्रतिनिधियों को लगी तो वन विभाग कार्यालय पहुच कर विरोध जताने लगे तब जाकर मासूम को बंद कमरे से बाहर निकाला गया, इधर रात भर कमरे में बंद मासूम सिसकता हुआ थाने पहुंचा और उसने अपने साथ हुए अमानवीय व्यवहार के लिए कार्यवाही की गुहार पुलिस अधिकारियों से लगाईं तो पास खड़े लोगो की आँखे नम हो गई, घटना के बाद कार्यवाही की मांग को लेकर संतोष द्वारा रामानुजगंज थाने में आवेदन तो दिया गया लेकिन अपना दामन बचाने के लिए वन विभाग द्वारा भी एक आवेदन थाने में दिया गया, वही वन विभाग द्वारा आवेदन में साल वृक्ष के 5 फीट की 4 सिल्ली को कथित रूप से ढोना बताया जा रहा है, हालाकी यह समझ कर भी हैरानी हो सकती है इतनी लकड़ी की सिल्लियो को 10 साल का बच्चा कैसे पकड़ कर वाहन से ले जा सकता है, इसके अलावा खुद वन अधिनियम के तहत कर्यवाही करने वाला वन विभाग अगर थाने में शिकायत कर रहा है तो मामले में वन विभाग की गलतियों का अंदाजा लगाया जा सकता है।
नवल किशोर श्रीवास्तव…… डिप्टी रेंजर
डिप्टी रेंजर ने बताया की बीती रात वन विभाग के डिप्टी रेंजर नवल किशोर श्रीवास्तव, वन पाल अनश्वर प्रसाद राजवाड़े और कृष्ण निषाद पेट्रोलिंग कर रहे थे, और संतोश अपने नाबालिग भांजे के साथ लकड़ी लेकर रामपुर की ओर से रामानुजगंज की ओर मोटरसाइकिल में आ रहा था, जिसे हम लोगो के द्वारा पकड़ा गया है बच्चे के साथ कोई मारपीट नहीं की गई है।
आर.एन. टोन्डे..जाँच अधिकारी. थाना रामानुजगंज
आवेदन दोनों तरफ से मिला है जिसमे डिप्टी रेंजर का कहना है की साल की लकड़ी चोरी कर मोटरसाइकिल से भाग रहे थे पीछा करने पर मोटरसाइकिल से गिर गए तब चोट लगी है। बालक ने भी शिकायत की है की उसके साथ मारपीट की गई है। डाक्टरी मुलायजा के बाद ही आरोपों का परीक्षण हो सकेगा।