तेंदुआ के हमले से फसल के पहरेदारी कर रहा किसान की मौत, तेंदुआ का यह मानव पर चौथा हमला

Manendragarh-Chirmiri-Bharatpur News: छत्तीसगढ़ के नवगठित जिला मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में तेंदुआ का उत्पात रुकने का नाम नहीं ले रहा हैं। यहां आदमखोर तेंदुए ने रविवार शाम खेत में फ़सल के पहरेदारी कर रहा किसान को अपना शिकार बनाया और मौके पर उसकी मौत हो गई। लगातार तेंदुआ के हमले के चलते इलाके के लोग दहशत में हैं। जिले के अलग-अलग इलाके में 1 महीने के अंदर चौथी बार किसी शख्स पर हमला किया। तेंदुआ के हमले से यह तीसरी मौत हैं।

बताया जा रहा हैं कि, 15 जनवरी रविवार शाम को जनकपुर निवासी रनबदन अपने खेत में फसल की पहरेदारी कर रहा था। उसी समय अचानक आदमखोर तेंदुआ पहुंचा और उस पर हमला कर दिया। जिससे उसकी मौके पर मौत हो गया। घाटना का पता उस वक्त चला, जब कुछ ग्रामीण उस खेत के पास पाहुंचे। वहां पर रनबदन का लाश पड़ा हुआ था। इसके बाद ग्रामीणों ने वन विभाग को इसकी जानकारी दी गई। जानकारी मिलती ही मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया।

आदमखोर तेंदुआ की आतंक को देखते हुए ग्रामीण इस तेंदुए को मारने की मांग कर रहे हैं। यह तेंदुआ जिले के अलग-अलग इलाके में विचरण कर कर रहा हैं। साथ ही लोगों के ऊपर हमला भी कर रहा हैं। दरअसल, कुंवारपुर और जनकपुर वन परिक्षेत्र में कांकेर से वर्ल्ड लाइव एक्सपर्ट की चार सदस्य टीम पहुंची हैं। और इन्होंने पांच दिनों से सिर्फ तेंदूआ के पंजाओं की निशान से पहचान करने में जुटी हैं। हालांकि, फॉरेस्ट टीम तेंदुआ को पकड़ने के लिए जनकपुर और कुंवारपुर में 6 से अधिक पिंजा लगा रखा हैं। लेकिन, आदमखोर तेंदुआ पिंजरे में नहीं फंस रहा हैं।

गौरतलब हैं कि, 11 दिसंबर 2022 को इसी तेंदुए ने कुंवारपुर के गोधौरा में एक महिला पर हमला कर मौत के घाट उतारा था। दूसरी घटना 24 दिसंबर को कुंवारपुर के छपराटोला में हुई। उस वक्त तेंदुआ 8 साल के बच्चे को अपने जबड़े में फंसा कर ले जा रहा था। लेकिन, दीवार फांदने समय उक्त बच्चा उसके जबड़े से छूट गया और बच्चा बच गया। वही मौके से तेंदुआ भाग निकला। इसके बाद कुंवारपुर से आदमखोर तेंदुआ ने जनकपुर की ओर रुख किया। और 3 जनवरी को जनकपुर वन परिक्षेत्र के ग्राम सिंगरौली में भी तेंदुए ने एक महिला को मार डाला। इसके बाद रविवार शाम जनकपुर वन परिक्षेत्र के ही ग्राम कुंवारी में आदमख़ोर तेंदुआ के हमला से रनबदन बैगा की मौत हो गई।