रायपुर। नगर पालिक निगम रायपुर द्वारा दी गई प्रशासनिक व्यवस्था के तहत नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार की रोकथाम करने राजधानीवासी श्रद्धालुजन स्वास्थ्य नियमो का पालन करते हुए शांति पूर्ण तरीके से पौराणिक शास्त्रों में प्रथम पूज्य देव माने जाने वाले श्री गणेष की मूर्तियों का पूजन अर्चन कर नगर निगम द्वारा महादेव घाट खारून नदी के तट पर निर्मित विसर्जन स्थल पर पहुंचकर विसर्जन कर रहे है।
दोपहर तक श्रद्धालु जन 3000 से अधिक श्री गणेष मूर्तियों का विसर्जन कुंड में कर चुके है एवं बडी संख्या में श्रद्धालु जन सपरिवार मास्क लगाकर एवं सामाजिक दूरी के नियम का पालन करते हुए श्री गणेष मूर्तियों के विसर्जन में अपनी बारी की प्रतीक्षा करते दिखे। नगर निगम द्वारा समस्त आवष्यक प्रषासनिक प्रबंधन नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार की कारगर रोकथाम करने विसर्जन स्थल में किये गये है एवं लगातार जोन 8 स्वास्थ्य विभाग टीम द्वारा विसर्जन स्थल क्षेत्र में जनहित में जनस्वास्थ्य सुरक्षा हेतु सघनता से सेनेटाईजर स्पे्र करवाया जा रहा है।
रायपुर लोकसभा सांसद व पूर्व महापौर सुनील सोनी महादेव घाट श्री गणेष विसर्जन स्थल पहुंचे एवं नगर निगम की प्रषासनिक व्यवस्था का प्रत्यक्ष अवलोकन करके नगर निगम की टीम को अच्छी प्रषासनिक व्यवस्था श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु विसर्जन स्थल में देने हेतु सराहा। उन्होने नागरिको को स्वास्थ्य सुरक्षा हेतु स्वास्थ्य हितकारी नियमो को मानकर मास्क लगाकर सामाजिक दूरी का पालन करके श्री गणेष मूर्तियों का विसर्जन करने का आव्हान किया।
उन्होने श्री गणेष से राजधानी रायपुर सहित सम्पूर्ण छत्तीसगढ राज्य एवं देष को नोवल कोरोना वायरस संक्रमण काल को मुक्ति प्रदान करने हेतु प्रार्थना की।
नगर निगम आयुक्त सौरभ कुमार के आदेषानुसार नगर निगम के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की टीमों की जोनवार महादेव घाट श्री गणेष विसर्जन स्थल पर प्रषासनिक प्रबंध देने 8 – 8 घंटे की अवधि में 3 पाॅलियों में 24 घंटे की ड्यूटी श्रद्धालु की सुरक्षा व सुविधा हेतु 4 सितम्बर को दोपहर 2 बजे तक के लिये लगायी गयी है।
तेलीबांधा तालाब, बूढातालाब एवं लाखे नगर चैक में नगर निगम रायपुर द्वारा श्रद्धालु की सुविधा के लिए वाहनों की व्यवस्था श्री गणेष की मूर्तियों को विसर्जन हेतु महादेव घाट खारून नदी के विसर्जन स्थल पर पहुंचाने ससम्मान की गई है। विभिन्न मुख्य स्थलों पर जोनो ने अस्थायी विसर्जन कुंड तालाबों में बनाकर उसमें श्री गणेष की छोटी मूर्तियों के विसर्जन की व्यवस्था दी है।
इसका सदूपयोग समाज हित में पर्यावरण संरक्षण हेतु श्रद्धालुओं ने प्रारंभ कर दिया है। नगर निगम ने नागरिको से तालाबों में श्री गणेष की मूर्तियां विसर्जित न करके एवं विसर्जन कुंड में प्रषासनिक व्यवस्था के तहत विसर्जन करके समाज हित में पर्यावरण संरक्षण के अभियान में सहभागी बनने एक बार फिर आव्हान किया है।