अम्बिकापुर. नगर पालिक निगम चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है. वैसे-वैसे निगम की सत्ता पर काबिज जिम्मेदार जनप्रतिनिधियो के वादे अब लोगो के लिए मुसीबत का सबब बनते जा रहे हैं.. अम्बिकापुर नगर पालिक निगम मे काबिज सरकार ने चुनाव जीतने के लिए निगम के कई करो को आधा करने का चुनावी वादा किया था. लेकिन प्रदेश मे उनकी सरकार आने के बाद भी आम लोगो को पूरा कर भरना पड रहा है.. वैसे विपक्ष इस मामले मे निगम की सरकार को लगातार घेर रहा है.
बता दें कि अम्बिकापुर नगर निगम की व्यवस्था पर लगातार सवाल उठते रहें हैं. कभी निगम मे चार महापौर होने की चर्चा वायरल होती है. तो कभी बीते पांच साल मे विकास का कोई भी लैंड मार्क ना स्थापित कर पाने की बात होती रही है. इसी बीच निगम के आखिरी सामान्य सभा मे संपत्ति कर आधा किए जाने के बवाल के बाद महापौर अजय तिर्की ने आम लोगो को ये एलान किया था. कि आप लोग आधा कर भरिए. अब हमारी सरकार है माफ करा लेगें.
लेकिन नगरीय निकाय चुनाव की नजदीकियों को देखकर विपक्षी दल भाजपा के पार्षद संजय अग्रवाल इस बात को शहर का बडा एजेंडा बना रहे हैं. कि महापौर की घोषणा के बाद भी निगम प्रशासन आम लोगों से पूरा कर वसूल रहा है.. जानकारी के मुताबिक निगम प्रशासन इस बात को लेकर अडा है कि उनके संपत्ति कर आधा लेने का कोई शासकीय आदेश नहीं है.
प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने भी अपने चुनावी घोषणा पत्र मे ये एलान किया था कि वो प्रदेश के सभी नगरीय निकाय के अंदर संपत्ति कर को आधा कर देगी.. लेकिन अभी तक ऐसा कुछ नहीं हुआ है..
बीते दिन जब प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया अम्बिकापुर पहुंचे.. तो पत्रकारों ने इस विषय पर पूछा तो.. वो दबी जुबान से अपने वादो से मुकरते नजर आए. श्री डहरिया के मुताबिक उन्होने संपत्ति कर आधा करने का वादा तो किया था. लेकिन संपत्ति कर को अचानक आधा करने से प्रदेश को 300 करोड का घाटा होगा.