छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में महाशिवरात्रि के 1 दिन पहले ही भगवान शिव की बारात बड़े ही धूमधाम से निकाली गई। इस दौरान भूत प्रेत, शिव पार्वती विवाह, अघोरी बाबा नागा साधु जैसे विभिन्न झांकियों ने शोभायात्रा को ऐतिहासिक बना दिया। बनारस की तर्ज पर बड़े ही हर्षोल्लास के साथ शिवजी की बारात निकाली गई, जिसमें बाजे-गाजे भूत-प्रेत और शिवजी के रूप में झांकियां देख लोग मंत्रमुग्ध हो गये।शिवजी के बारात ने धमतरी को शिवमय कर दिया।
दरअसल, 14 साल पुराने धमतरी के इतवारी बाजार स्थित बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व को बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है।बनारस के तर्ज पर भगवान शिव की बरात निकाली गई जो विंध्यवासिनी मंदिर से शुरू हुई। बारात रामबाग होते हुए शहर के प्रमुख मार्ग होकर इतवारी बाजार स्थित बूढ़ेश्वर मंदिर पहुंची, जहां शिवरात्रि के अवसर पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में भक्ति का माहौल बन रहा है। शिवजी की बारात का रास्ते भर श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा और फूल-माला से स्वागत किया।
धमतरी में तीसरी बार बनारस की तर्ज पर शिवजी की बारात निकाली गयी है। श्री बूढ़ेश्वर मंदिर ट्रस्ट और बोल बम कांवरिया संघ सहित शहर के शिव भक्तों द्वारा विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। मंदिर ट्रस्ट से जुड़े लोगों ने बताया कि झांकी में विभिन्न रूप से बनारस से पहुंची।अघोरी बाबा की टीम, उड़ीसा की विशेष झांकी लोगों का मन जीत रही है। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ी पारंपरिक बस्तर आर्ट, आंगा देवता, आरंग से भोलेनाथ की झाँकी, दुर्ग से शिव पार्वती विवाह की झांकी, कलकत्ता से तीन झांकी पहुंची थी जिसमे भोले बाबा की आरती, जिन कंकाल भूत प्रेत डांस, यमराज की नन्दी बाबा में सवारी झांकी आकर्षक का केंद्र रही। शिव जी की पालकी, डीजे धुमाल, नागा साधुओं की टोली विशेष करके आकर्षक रही। इस दौरान जगह-जगह विभिन्न संगठनों और शिव भक्तों ने बरात का स्वागत किया।