बलरामपुर (कृष्णमोहन कुमार) पूरे प्रदेश में शिक्षाकर्मी संविलियन समेत 9 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है,तो वही समूचा प्रशासनिक अमला सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को सुचारू तौर पर जारी रखने की कवायद में जुटा हुआ है,लेकिन बलरामपुर जिले की तस्वीरे कुछ और ही बया कर रही है,जहाँ स्कूली बच्चे खुद से ही पढ़ाई कर रहे है,तो वही कई स्कुलो में ताले लगे हुए है।
मायूस लौट रहे बच्चे..
बलरामपुर जिले में प्रशासनिक और शिक्षा विभाग के दावों की पोल खोलती बेहद जुदा तस्वीरे देखने को मिली जहाँ पिछले पांच दिनों से सरकारी स्कूल में ताला लटका हुआ है,बच्चे घर से ‘ स्कूल चले हम ‘ की तर्ज पर घर से स्कूल आते तो है,पर स्कूल में लटकते ताले को देख मायूस होकर दबे पांव घर की ओर वापस लौट जाते है,एक ऐसा ही नजारा देखने को मिला जिलामुख्यालय से लगे प्राथमिक शाला लालआवरा पारा में ।
गुरुजी गे हे हड़ताल में,खुदे पढ़त हन…
जिले के शिक्षा अधिकारी यह दावा करते नही थकते की सरकारी स्कूलों में पढ़ाई व्यवस्था प्रभावित नही है,लेकिन बलरामपुर जिला मुख्यालय के जुड़निया पारा स्कूल में दर्ज संख्या से कम स्कूली विद्यार्थी पहुँच रहे है,स्कूल में केवल वे ही बच्चे पहुँच रहे है,जिनमे शिक्षा के प्रति लगन है,और वे खुद से ही अपनी पढ़ाई व्यवस्थित तरीके से कर रहे है।
स्कुलो में हो रही पढ़ाई-डीईओ
वही जिले में पिछले पांच दिनों से 5000से अधिक शिक्षाकर्मी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर है,और जिला शिक्षा अधिकारी आईपी गुप्ता यह दावा कर रहे है,की जिले के समस्त सरकारी स्कूलों में निर्बाध रूप से पढ़ाई जारी है,लेकिन साहब के तमाम दावे अब सिर्फ खोखले ही साबित हो रहे है।