झीरम की 10वीं बरसी: मंत्री कवासी लखमा झीरम कांड के प्रत्यक्षदर्शी इनका नार्को टेस्ट हो, BJP कर रही हाई प्रोफाइल जांच की मांग

दन्तेवाड़ा. झीरम कांड को 10 साल गुजर गए हैं। पर इस बड़े हमले का सच सामने नही आया हैं। गृहग्राम फरसपाल में विधायक देवती कर्मा ने नम आंखों से याद किया और श्रद्धांजलि दी। इधर 10 वी वर्षी पर नेता प्रतिपक्ष रहे शहीद स्व महेन्द्रकर्मा के बेटे पी सी सी मेंबर छबीन्द्र कर्मा ने भाजपा को तो घेरा ही हैं। अपनी सरकार को भी नहीं छोड़ा हैं। उन्होंने कहा भाजपा सरकार ने इस बड़ी वारदात का सच सामने नही आने दिया है। 25 मई 2013 को नक्सलियों ने इस बड़ी घटना को अंजाम दिया था। इस दौरान जो पुलिस के आला अफसर थे और नेता थे उनका सबका नार्को टेस्ट होना चाहिए। बता दें कि, नक्सली हमले में कांग्रेस के टॉप की लीडर शिप शहीद हो गई थी।

अपनी बात पर कायम हूं, जोगी जी नही रहे, अमित और लखमा जी तो हैं नार्को टेस्ट हो

छबीन्द्र कर्मा ने दो टूक शब्दों में पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा 25 मई 2013 को जो उस घटना से बचे हुए हैं। उन सभी का नार्को टेस्ट होना चाहिए। वे आज भी अपनी बात पर कायम है। कांग्रेस सरकार के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी अब नही रहे,लेकिन अमित जोगी तो हैं कवासी लखमा हैं। इन सभी के नार्को टेस्ट होना चाहिए। ये मांग हमारी हमेशा रहेगी। दर्भाग्य हैं, हम पीड़ित परिवारों को न्याय नही मिला। मुख्यमंत्री भूपेष बघेल से भी मांग की हैं कि, इस वारदात के पीछे की कड़ियाँ खुलनी चाहिए। उन्होंने आश्वस्त किया हैं। सच जरूर सामने आएगा।

IMG 20230525 WA0022

उमड़ा पूरा गांव, याद किया बस्तर टाइगर को

दन्तेवाड़ा में श्रद्धांजलि कार्यक्रम के बाद फरसपाल में भी स्व महेंद्र कर्मा को याद किया गया। यहां पीसीसी चीफ मोहन मरकाम नही पहुंचे। उन्होंने दन्तेवाड़ा में श्रद्धांजलि दी। फरसपाल गृहग्राम में महेंद्र कर्मा की पत्नी विधायक देवती कर्मा और उनके बेटे छबीन्द्र ने एकड़ किया। इस दौरान फरसपाल गांव के अलावा आस-पास की पंचायत के लोग भी श्रधांजलि देने पहुंचे। उनको श्रद्धांजलि अर्पित करने जन सैलाब उमड़ा था।