अम्बिकापुर. प्रदेश में आज नगरी निकाय चुनाव है. सुबह 8:00 बजे से मतदान शुरू हो चुका है जो शाम 5:00 बजे तक चलेगी. सभी निकायों में मतदाता काफी उत्साह के साथ पहुंच रहे हैं. और लोकतंत्र को मजबूत बनाने में अपनी सहभागिता निभा रहे हैं.
अंबिकापुर नगर निगम में भी मतदान शांतिपूर्ण चल रहा है. पार्टी के वरिष्ठ नेता चुनाव के रुझान को देखते हुए अपनी जीत के दावे ठोक रहे हैं. हमने जब महापौर डॉ अजय तिर्की से बात की तो उन्होंने कहा निश्चित तौर पर हमने परिश्रम किया है. और पिछले 5 साल में जो हम काम किए हैं. और निश्चित तौर पर हमारे सम्मानित नागरिक हमें सहयोग करेंगे. उन्होंने यह भी कहा की बहुमत के लिए हमें 25 सीटें चाहिए लेकिन इतने में संतुष्ट नहीं है हमें कम से कम 30 प्लस चाहिए. ताकि अच्छे से अपने बहुमत को साबित कर सकें. देखा जाए तो पिछले 5 साल में शहर में जो हमने काम किया है. निगम बहुत अच्छे से चला है. किसी भी मुद्दे में भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा है. डेवलपमेंट की जो बातें हैं वह तो सतत प्रक्रिया है कुछ काम हो पाते हैं कुछ नहीं हो पाते हैं. हमने जितने भी काम किए हैं. हमारे सम्मानित नागरिकों ने उसका सम्मान किया है. और मुझे पूरा उम्मीद है कि हमें पुनः मौका देंगे. वही भाजपा के जीत के दावे पर उन्होंने कहा कि विपक्ष है वह तो दावा करेंगे ही.
वही पूर्व महापौर प्रबोध मिंज का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में रुझान काफी अच्छा है. और खासकर अपने वार्ड से ज्यादा अच्छा है. लोगों का काफी आशीर्वाद और प्रेम देखने को मिल रहा है. लोगों ने 10 साल महापौर के रूप में काम देखा है. और लोगों को लग रहा है कि फिर से वही आएंगे तो. जो विगत 5 वर्षों में कांग्रेस के समय में जो काम रुक गए थे. लोगों को उस उम्मीद में बहुत ज्यादा भरोसा है कि उनके वार्डों के काम हो जायेंगे और आने वाले समय में महापौर के रूप में भी लोग देख रहे हैं. तो उस रुझान में ज्यादा मतदान कर रहे हैं. 30 से ज्यादा हमलोग जीत रहे हैं. 35 भी जा सकता है. इतनी आशा उम्मीद तो है.
वहीं कांग्रेस के दावे के सवाल पर उन्होंने कहा कि दावा तो हर कोई कर सकता है. उनको लगता है कि उनकी सरकार है सबकुछ है. और जिस छलबल और वोटिंग का पैटर्न चेंज किये हैं. मतदान करा रहे हैं बैलेट पेपर से तो हो सकता है उनको कुछ गुणा गणित लगा के सरकार का दबाव देके बनाने का प्रयास होगा. जनता अपना मत देती है. लेकिन गुणा गणित की बात इसलिए कह रहा हूं. क्योंकि वार्डों के परिसीमन के समय बहुत गड़बड़ियां हुई. लोग परेशान हुए. वोटर लिस्ट भी खराब बना है. कई जगह अलग अलग वार्ड में लोगों के नाम हैं. सीमा जरूर बदल दिए लेकिन लोगों के नाम बहुत जगह नहीं बदले. तो वोटर लिस्ट भी बहुत गलत बना हुआ है. और दूसरा यह कि अभी जो बैलेट डालेंगे. जहां बटन दबाने की आदत थी. अब सील लगाना पड़ रहा है. ऊपर नीचे कुछ होगा. उसको कुछ रिजेक्ट कराने का प्रयास करेंगे. गिनती में कुछ गड़बड़ करेंगे. बॉक्स में गड़बड़ करने का प्रयास कर सकते है. जो उनको आशंका रहती थी पहले.