कलेक्टर धावड़े ग्रामीणों से हुए मुखातिब…तो सकते में आ गया राजस्व अमला.. मिलने लगी मौखिक शिकायतें.. पर एक ही चीज था कॉमन…और वह थे नायब तहसीलदार.. पढ़िए पूरी खबर!..

बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)..जिले के नवपदस्थ कलेक्टर श्याम धावड़े जिले की भौगोलिक स्थिति को समझने इन दिनों जिले के प्रत्येक ब्लाकों के दौरे कर रहे है..और उनके इस दौरे की सबसे अहम बात यह है कि..उनके साथ नवपदस्थ एसपी रामकृष्ण साहू,नवपदस्थ डीएफओ लक्ष्मण सिह भी मौजूद रहते है..छत्तीसगढ़िया परिवेश में पले बढ़े कलेक्टर धावड़े ग्रामीणों की हर समस्याओं को क्षणभर में दूर करने का प्रयास करते है..वही कलेक्टर कल राजस्व अमले से मिल रही शिकायतों पर गम्भीर दिखे..और उन्होंने ने एसडीएम तहसीलदार को ग्रामीणों की समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए निर्देशित किया..

दरअसल कलेक्टर श्याम धावड़े वाड्रफनगर विकासखण्ड के दौरे पर थे..इस दौरान उन्होंने पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश की सीमा के साथ ही बलंगी और रघुनाथनगर अस्पताल का निरीक्षण किया..कलेक्टर ने बलंगी पुलिस चौकी में वृक्षारोपण भी किया..वही कलेक्टर श्याम धावड़े ने स्थानीय अंदाज में ग्रामीणों से मुखातिब हुए..इस दौरान उन्हें गुस्सा तो आया मगर गुस्से की वजह मुख्य रूप से राजस्व अमला ही रहा..

दरअसल 2008 बैच के आईएएस अधिकारी श्याम धावड़े जिले के छठवें कलेक्टर है..और उनकी बतौर कलेक्टर पोस्टिंग जिले में पिछले महीने हुई है..कलेक्टर श्याम धावड़े इन दिनों जिले में धुंआधार दौरे कर रहे है..और सुदूर ग्रामीण अंचलों के ग्रामीणों से मुखातिब हो रहे है..लिहाजा कल कलेक्टर साहब को राजस्व अमले की मिल रही शिकायतों पर गुस्सा आया..कही जमीन विवाद,तो कही भूमि नामांतरण,तो कही बंटवारा के प्रकरण को लेकर भटक रहे ग्रामीणों ने कलेक्टर से मौखिक शिकायत की..ग्रामीणों की शिकायतो में केवल एक ही चीज सामान्य थी ..और वह था वाड्रफनगर के नायब तहसीलदार विनीत सिह का नाम..कुछ साहेब को पहचानते. तो कुछ साहेब का नाम ही जानते..मगर उल्लेख साहेब का ही करते..उस वक्त दौर ऐसा चला कि एसडीएम और तहसीलदार प्रकरण को समझ लेने की दुहाई कलेक्टर श्याम धावड़े को देते दिखे!..

वही कलेक्टर ने सहानुभूति पूर्वक ग्रामीणों को शांत कराते हुए..उनकी मौखिक शिकायतों पर अपने निगरानी में उनकी समस्याओं का समाधान करने आश्वस्त किया..

बलंगी -रघुनाथनगर एक ऐसा क्षेत्र है ..जहाँ से जिलामुख्याल काफी दूरी पर स्थित है..और ग्रामीण अपनी मदद की गुहार लेकर भी अगर मुख्यालय पहुच जाए तो..जरूरी नही की उनकी भेंट कलेक्टर साहब से हो सके..लिहाजा कलेक्टर श्याम धावड़े ग्रामीणों के बीच थे..उनको राजस्व सम्बन्धी मौखिक शिकायते मिलती गई .उन्होंने सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया..कुछ मामले तो ऐसे भी थे ..जिसमें कलेक्टर धावड़े ने गम्भीर नज़र आये..

बहरहाल राजस्व विभाग की मिली शिकायतों से कलेक्टर नाखुश तो थे..मगर अब इस मसले पर वे क्या कदम उठाएंगे यह देखने वाली बात होगी.. लेकिन उनके इस दौरे ने यह दर्शा दिया है..की वे जमीनी हकीकत को जानने और परखने वाले अधिकारी है …