[highlight color=”black”]अम्बिकापुर[/highlight][highlight color=”red”] देश दीपक “सचिन”[/highlight]
28 जुलाई को असफल बंद के बाद आज छजका का जेल भरो आन्दोलन काफी मायनों में सफल माना जा रहा है,, संभाग मुख्यालय अम्बिकापुर में छजका नेता एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमजीत सिंह के नेतृत्व में प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियो के खिलाफ जेल भरो आन्दोलन किया गया,, इस आन्दोलन में लगभग तीन हजार से अधिक कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी,,
छत्तीसगढ जनता कांग्रेस के संस्थापक पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निर्देश मे प्रदेश भर मे जेल भरो आंदोलन का सरगुजा मे बडा असर देखने को मिला है। यंहा के गांधी चौक मे दोपहर 12 बजे शुरु हुआ जेल भरो आंदोलन का कार्यक्रम दोपहर 1 बजते बजते एक बडी भीड मे तब्दील हो गया।
जनता कांग्रेस के इस आयोजन मे सरगुजा के लुण्ड्रा , सीतापुर , अम्बिकापुर विधानसभा के विभिन्न ब्लाक के हजारो कार्यकर्ता नारा लगाते हुए कार्यक्रम स्थल पर पंहुचे। गौरतलब है कि सरगुजा मे इन दिनो ग्रामीण कृषि कार्य मे व्यस्त है , लेकिन छजका के जेल भरो आंदोलन मे जिस प्रकार सरगुजा के सभी ब्लाको से युवा, वृद्दजनो के साथ ही महिलाओ का शामिल होना सरगुजा मे जोगी की बढती लोकप्रियता की ओर इशारा करता है।
[highlight color=”blue”]कार्यकर्ताओं ने दी गिरफ्तारी [/highlight]
गांधी चौक पर जेल भरो आंदोलन मे नेताओ के उद्बोधन के बाद छजका कार्यकर्ताओ ने गिरफ्तारी दी। इस दौरान पुलिस ने कार्यकर्ताओ की गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रशासन ने आठ पुलिस बस और वाहनो का प्रय़ोग किया। हांलाकि कार्यकर्ताओ की संख्या के काऱण पुलिस के वाहन कम पड़ गए। जानकारी के मुताबिक जेल भरो आंदोलन मे छजका के दौरान 3 हजार कार्यकर्ताओ ने अपनी गिरफ्तारी दी। पुलिस द्वारा इन कार्यकर्ताओ को विभिन्न वाहनो मे गिरफ्तार कर डाईट मैदान मे बनाई गई स्थायी जेल मे ले जाया गया। जंहा उन्हे औपचारिकता पूर्ण कर
[highlight color=”blue”]पुलिस, प्रशासन से झूमा झटकी [/highlight]
कार्यक्रम शुरु होते ही जिला प्रशासन की ओर से मौक पर पंहुचे एसडीएम और एएसपी से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धर्मजीत सिंह से कार्यक्रम को नोक झोक हो गई। इस नोक झोंक मे जहा अधिकारियो ने मुख्य सडक के किनारे धरना स्थल पर भीड से आपत्ति जताई तो वही धर्मजीत सिंह ने प्रशासन और पुलिस के अधिकारियो जमकर खरी खोटी सुना डाली। इस दौरान श्री सिंह ने अधिकारियो से कहा हम मीना खलखो के ना ही कातिल है और ना ही नक्सली है। इसलिए हमको शांति पूर्ण कार्यक्रम करने दिया जाया। इधर कार्यकर्ताओ के बढती भीड देखते हुए जिला प्रशासन बैकफुट पर नजर आई। हालाकि पुलिस और जिला प्रशासन के आला अधिकारी गिरफ्तारी देने तक गांधी चौक पर डटे रहे । वही किसी भी अप्रिय घटना की आशंका को देखते हुए पुलिस के सैकडो जवान धरना स्थल के आसपास मुस्तैदी से तैनात रहे।
[highlight color=”blue”]तुम मुझे ना छेड़ो मै तुम्हे ना छेडू : धर्मजीत सिंह[/highlight]
जेल भरो आंदोलन की सभा को संबोधिन मे धर्मजीत सिंह ने अपने कार्यकर्ताओ को जेल भरो आंदोलन का कारण बताया और कहा कि छत्तीसगढ मे दोनो पार्टियो का समानांतर सरकार चल रही है, पक्ष –विपक्ष दोनो तुम मुझे ना छेडो मै तुम्हे नही छेडूंगा की तर्ज पर काम कर रहे है। बेरोजगार युवक एक ओर जंहा रोजगार के लिए आत्मदाह कर रहे है वही किसान मजदूर इस सरकार के कार्य से बेहाल हो चुके है। उन्होने उन्हे छग विधानसभा नेता प्रतिपक्ष को आडे हाथो लेते हुए कहा कि अडाणी कंपनी के विरुद्द विपक्ष ने कितने आंदोलन किए उसका स्वेत पत्र जारी करे। श्री सिंह ने सरगुजा की सडके बेहाल हो चुकी है। लेकिन विपक्ष को इससे कोई मतलब नही है। इससे ये साफ है कि प्रदेश की दोनो पार्टियो मे हनीमून चल रहा है। अडाणी कोल परिवहन मे लगे ट्रेलरो से कितनी मौत हो गई है लेकिन विपक्ष को इस मुद्दे से कोई सरोकार नही है । उन्होने अपने उद्बोधन मे बहुचर्चित रितिक औऱ मीना खलखो हत्याकांड का जिक्र करते हुए पुलिस प्रशासन को भी लताडते हुए सरकार का लठैत बताया। इधर श्री सिंह ने कहा कि जेल भरो आंदोलन के बाद भी अडाणी कंपनी के विरुद्द निरंतर आंदोलन जारी रहेगा।
छजका के इस कार्यक्रम मे पूर्व विधायक भानू प्रताप सिंह, पी.एस.कुमार, बसंत पाण्डेय, अरुण मिश्रा, अशफाक अली, सुरेन्द्र चौधरी, इरफान सिद्दिकी, दानिश रफीक, बलविंदर सिंह छाबडा, लालचंद्र यादव, सुखु यादव, रामवृक्ष जगते, प्रयाग सिंह , देवेष सिंह , हलीम फिरदौसी, निलय त्रिपाठी, हसीब खान, गोल्डी सिंह, हसीब खान, मिठकु भगत, मनोज सिंह, उपेन्द्र पाण्डेय , शिवराज सिंह, नीरज सिंह ,नितिन गुप्ता, बृजेश यादव, मुनेश्वर, संतोष इंजीनियर , अजय यादव, शरताज खान, आलोक शुक्ला, अहमद रजा, अजहर खान ,नीलेश सिंह, सहित काफी संख्या मे छजका के कार्यकर्ता शामिल हुए।