सूरजपुर –राजेश सोनी
सूरजपुर चिटफंड कंपनियो का मायाजाल बंद होने का नाम ही नही ले रहा है बल्कि आये दिन चिटफंड कंपनी के षिकार पिडित लोगो की संख्या मे दिन प्रतिदिन ईजाफा हो रहा है,ये कंपनिया ग्रामीणो को लालच देकर इनकी मेहनत मजदुरी पसीने की पैसो कंपनी मे जमाकरा कर नौ दो ग्यारह हो रहे है।
सूरजपुर जिले मे कोरिया के मनेन्द्रगढ वार्ड क्र0 21 से संचालित पीआईसीएल के सौकडो पिडित जिला कलेक्टर कार्यालय के साथ पुलिस थाने का चक्कर काटते हुये न्याय की गुहार लिये दर दर भटक रहे है,,पीआईसीएल मल्टी स्टेट क्रेडिट कारोपिट सोसाईटी प्रालिटेड कंपनी के पिडितो एजेंटो कलेक्टर कार्यालय सहित एसपी आफिस पुलिस थाना जयनगर,सूरजपुर मे लिखित शिकायत की है,,जो खुद अपने ठगे जाने के बाद चक्कर पे चक्कर लगा रहे है,,पिडितो ने बताया कि कम्पंनी मे अपनी खुद की मेहनत मजदुरी की कमाई का पैसा को कंपनी मे लगाया और अज्ञानता वश अपने जरीये दुसरे लोगो का भारी भरकम पैसा कंपनी मे इनवेस्ट कराया है,,पैसा वापस मांगने पर कंपनी पैसे लौटाने से इंकार कर दिया है, एजेंटो ने बताया कि पीआईसीएल कंपनी ने जिले मे स्थानिय स्तरो पर हजारो एंजेट बनाकर लोगो को मायाजाल दिखाकर रकम दुगुना-तीगुना करने के नाम पर 8 से 10 करोडो रुपयो का वारा न्यारा कर पैसा लौटाने से साफ मना कर दिया।
भारत में सरकार की तमाम चेतावनियों के बावजूद बेहद कम समय में अमीर बनने की सपने में मध्यम और निचले तबके के लोगों के सपने डूब रहे हैं. भारतीय रिजर्व बैंक और सेबी की चेतावनियों के बावजूद इन कंपनियों के लुभावने सब्जबाग में फंस कर अपनी जमापूंजी से हाथ धो रहे हैं. लोगों से करोड़ रुपयो की उगाहने के बाद जब पैसों की वापसी का समय आता है तो यह कंपनियां अपनी दुकान बंद कर देती हैं. ऐसे में लोगों के पास अपनी किस्मत को कोसने के अलावा कोई चारा नहीं बचता। जिले मे चिटफंड कंपनियां दूरदराज के इलाकों में फैले एजेंटों के नेटवर्क जाल फैलाकर मेहनतकश तबके को निशाना बनाया जा रहा है. एजेंटों को भी अच्छा-खासा कमीशन मिलता है. इसलिए वे बढ़-चढ़ कर निवेशकों को इन योजनाओं में निवेश से होने वाले फायदे गिनाते हैं. चित भी मेरी पट भी मेरी की तर्ज पर निवेशकों को लगता है कि उनके दोनों हाथों में लड्डू है. इसलिए आगे-पीछा सोचे बिना वह अपनी पेट काट कर जमा की गई पूंजी एजेंट के हाथों में सौंप देते हैं.और यही वजह है कि कस्बों व गांवों में पढ़े-लिखे युवक इन कंपनियों के एजेंट बन जाते हैं. तमाम चेतावनियों के बावजूद लुभावने सब्जबाग देख कर लोग अपनी कमाई गवां रहे हैं. एक कंपनी के बंद होने के कुछ दिनों बाद दूसरी कंपनी इलाके में पहुंच जाती है और वही एजेंट दोबारा गरीबों के सपनों को भुनाने का खेल शुरू कर देते हैं.
पीआईसीएल मल्टी स्टेट क्रेडिट कारोपिट सोसाईटी प्रालिटेड,,इस कंपनी ने सूरजपुर जिले मे स्थानिय स्तरो पर एंजेट बनाकर करोडो रुपयो का ठगी का खेल खेला,, पीआईसीएल कंपनी ने ग्रामीण क्षेत्रो मे अपना मायाजाल बुनकर रकम दुगुना-तीगुना करने के साथ तमाम तरह के लुभावने वादे कर लागो करोडो वारा न्यारा भूमिगत हो गये है,,अगर कंपनी की कार्यप्रणाली की बात की जाये तो पीआईसीएल कंपनी ने बकायदा किसी राष्टृय बैक की तरह कार्य करते हुये प्रत्येक जमाकर्ता का पासबुक जारी किया है इस कंपनी के स्थानिय एंजेन्ट को ठगी होने की जानकारी होने पर पुलिस के साथ जिला प्रसाशन के पास न्याय की गुहार लगाई है कंपनी से जुडे एंजेन्ट ने बताया कि ये कंपनी अपने आप को सरकारी कंपनी बताकर लोगो से आरडी,एफडी,एमआईसी का खाता खोला जाता है जिसमे 12से 14प्रतिशत ब्याज के साथ रकम को दुगुना-तीगुना करने की बात कही जाती है अब तक इस कंपनी के सूरजपुर जिले मे 300से ज्यादा एंजेट है और 5हजार से ज्यादा लोगो का खाता खोलकर लगभग 8 करोड रुपये का फर्जीवाडा कर ठगी का खेल खेला गया है।
मंगल साय,,रिटायट एसईसीएल कर्मी-इन्होने ने 30 लाख रुपये नौकरी का बचत पैसे को इस कंपनी मे लगाकर अपने पैरो पर कुल्हाडी मार ली है जो अब काफी अफसोस कर रहे है।ठगे जाने का एहसास होने पर जयनगर पुलिस थाने के साथ जिला प्रसाशन से शिकायत कर पैसा वापस दिलाने की गुहार लगाई है।
पिडित राजवंती राजवाडे ने बताया कि -छ0ग0 के मुख्यमंत्री डा0 रमन के 17 अप्रैल को सूरजपुर प्रवास पर ईच्छा मृत्यु अनुमति की मांग का आवेदन देगी,और बताया कि इस पुरे मामले मे दोषी पीआईसीएल कंपनी का डारेक्टर रवि उल्लक है जिनका कार्यालय मनेन्द्रगढ इंडियन आयल पेटृल पंप के पास है इनके सीनियर एजेट है कार्तिक निषाद,परमेश्वर राजवाडे,रामकुमार राजवाडे,मो0उल्लास खान है जो सूरजपुर मे पीआईसीएल कंपनी के नाम फर्जीवाडा किया जा रहा है ये एजेंट पुर्व मे कई कंपनिया का काम कर लाखो रुपये का चुना लगा चुके है फिलहाल अब ये 3 सालो से पीआईसीएल से जुडकर काम कर रहे है।
बरहाल चिटफंड कंपनी से ठगी का शिकार हुए लोगो को पुलिस और जिला प्रशासन कोई कारगर कार्यवाही नही होने से इनके हौसले बुलंद है,,जिससे परेशान पिडितो ने मुख्यमंत्री के समक्ष ईच्छा मृत्यु के लिये गुहार लगाने की बात की! चिटफंड कंपनिया जिले मे एजेन्ट बनाकर लोगो की मेहनत पसीने की कमाई को जमाकर करोडो की हेराफेरी कर चंम्पत हो रहे है,,आखिर कब तक चिट फंड कंपनीयो से जुडे अधिकारी कर्मचारीयो के गिरेबान तक पुलिस के हाथ कब पहुंचते है यह देखने वाली बात होगी!