मुख्मयंत्री डाॅ. रमन सिंह का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया

अम्बिकापुर

प्रबुधवर्ग का ध्यान इस ओर जरूर जाना चाहिए कि अंतागढ़ टेप काण्ड मामला कांग्रेस का अंदरूनी मामला नहीं है, अंतागढ़ टेप काण्ड मामला ने यह साफ कर दिया है कि मुख्यमंत्री डाॅ रमन सिंह के संरक्षण में उनके दामाद और केबिनेट के मंत्री ने अंतागढ़ से कांग्रेस के उम्मीद्वार का नाम वापसी दबाव डालकर, रूपये का लोभ देकर किया है, जब कांग्रेस ने अपने नेताओं पर लगे आरोपों के बाद उन पर कार्यवाही कर दी तो फिर अब तक सरकार क्यों चुप बैठी है। कम से कम जांच तो कराती मामले की, हम सीधे-सीधे जेल भेजने की मांग तो कर नहीं रहे, हम तो यह चाह रहे हैं कि मामले में मुख्यमंत्री के दामाद और उनके केबिनेट के एक मंत्री का क्या कनेक्शन है, इसकी जांच होनी चाहिए। यह कांग्रेस का अंदरूनी मामला नहीं बल्कि लोकतंत्रात्मक प्रणाली का हनन और लोकतंत्र के हत्या का सवाल है। इस पर मुख्यमंत्री को कार्यवाही आज नहीं तो कल करनी ही होगी। हम शांत बैठने वालों में से नहीं है, जब तक सरकार नहीं जागती, तब उसे जगाने के लिये इस तरह के आंदोलन, धरना, विरोध प्रदर्शन जारी रहेंगे।
उक्ताशय नेता प्रतिपक्ष टी.एस.सिंह देव ने अंतागढ़ टेप काण्ड मामले मुख्यमंत्री द्वारा अपने दामाद और केबिनेट मंत्री पर कोई कार्यवाही नहीं करने तथा मामले की जांच नहीं कराने के विरोध में गांधी चैक पर आयोजित संभागीय स्तरीय धरना को सम्बोधित करते हुए कही। नेता प्रतिपक्ष टी.एस.सिंह देव ने कहा कि रामजी का नाम लेकर राजनीति चमकाने वाली यह भारतीय जनता पार्टी जब अपने भ्रष्ट जनप्रतिनिधियों के ऊपर कार्यवाही करने की बात आती है तो किसी न किसी प्रकार से अपने आप को बचाने का हर संभव प्रयास करती है और कांग्रेस का एक दायित्व विपक्षी दल के नाते जो आज छत्तीसगढ़ में है और जिम्मेदार नागरिक के नाते जो दायित्व हमारा बनता है, उस नाते हम प्रदेश के नागरिकों को इस सच्चाई से अगाह कराना चाहते हैं वास्तव में यह मामला है क्या ? कांग्रेस का अंदरूनी मामला है बोलकर प्रदेश मुख्यमंत्री नहीं बच सकते। अब जब ट्रूथ लैब के माध्यम से यह बात सामने आयी है कि उक्त मामले में जो टेप सामने आयी है उसमें कोई काट-छाट, कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है तो अब इस मामले को अंदरूनी और कांग्रेस का बताकर प्रजातंत्र को प्रभावित करने वाले लोग बच नहीं सकते। अगर जरा भी निष्पक्षता बची है तो प्रशासन और राज्य के उच्च अधिकारियों को स्वतः संज्ञान में लेते हुए तत्काल मामले में कार्यवाही करनी चाहिए।

सिर्फ यहीं इनकी सच्चाई नहीं है गर्भाष्य काण्ड, नान घोटाला, इंदिरा प्रियदर्शिनी घोटाला, आंख फोड़वा काण्ड, जिरमघाटी सहित कई मामले ऐसे हैं, जिसमें साफतौर पर सरकार की भूमिका पर सवाल उठे हैं, किन्तु ये हमेशा मामलों से बचते रहे हैं। ये लोग हमारे प्रदर्शनों की विडियो शूटिंक कराते हैं, फोटो खिंचवाते हैं, कार्यकर्ताओं को, पदाधिकारियों को धमकी देते हैं किन्तु कांग्रेस इससे डरने वाली नहीं है, जो अंग्रजाे के लात-घूसे, कारागार, कालापानी और सारे सजा नहीं डरे और देश की आजादी के लिये लगातार लड़ते रहे, उन्हें भाजपा कभी नहीं डरा सकती। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने कहा कि चुनाव के दौरान अंतिम समय में जब मंतुराम ने नाम वापस लिया था, तभी कांग्रेस ने यह शंका जतायी थी कि लोकतंत्र की हत्या हुई है, खरीद-फरोख्त का मामला है और चुनाव आयोग को पत्र सौंप कर जांच की मांग की थी, आज सच्चाई सामने है, चुनाव आयोग को इसकी समुचित जांच करानी चाहिए। जिलाध्यक्ष अजय अग्रवाल ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री को विदेश घुमने में फूर्सत ही नहीं कि वे देश की चिंता करें।

कहते थे ना खाऊंगा और ना खाने दूंगा, उनके भाजपा शासित राज्यों में तो चुनाव जीतने के लिये खरीद फ्रोख्त हो रही है, इसकी चिंता कौन करेगा, डाॅ. रमन सिंह में इतनी संवेदनशिलता बची नहीं कि वे कुछ कर पायें, कम से कम प्रधानमंत्री ही संवेदनशीलता का परिचय दें और कोई कार्यवाही करें। अन्यथा नारा बदल लें और बोले कि मैं भी खाऊंगा और सबको खाने दूंगा। कार्यक्रम को पूर्व मंत्री डाॅ प्रेमसाय सिंह, विधायक भटगांव पारसनाथ राजवाड़े, निगम मे सभापति शफी अहमद, बलरामपुर जिलाध्यक्ष गोपाल गुप्ता, जिला उपाध्यक्ष आलोक दुबे, महामंत्री जेपी श्रीवास्तव, गोपाल केशरवानी, योगेश शुक्ला, पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष जशपुर आरती सिंह, मुख्तार अहमद, ब्लाॅक अध्यक्ष राकेश गुप्ता, के.पी. सिंह देव शंकरगढ़, शैलेष सिंह, इस्माईल खान, पूनम टेकाम, निति सिंह, हिरू राम निकुज, नुरूल अमिन सिद्दीकी, राघवेन्द्र सिंह, ईश्वर जायसवाल, शैलेन्द्र प्रताप सिंह, अश्वनी चैहान, अशोक जगते, बलराम यादव, सत्यनारायण अग्रवाल, संतोष सिंह, अनवर, पवन पाण्डेय, प्रमोद चैधरी, रामलोचन यादव, मधु दीक्षित, बबीता सिंह, आलोक सिंह, श्रीमती सरिता पाण्डेय, मनीष दाहिरे, सुनिल कन्हरे, चन्द्रप्रकाश राजवाड़े सहित कई वक्ताओं ने सम्बोधित किया। कार्यक्रम का संचालन दुर्गेश गुप्ता ने किया तथा आभार प्रदर्शन ब्लाॅक अध्यक्ष हेमंत सिन्हा ने किया। DDD

कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम के दौरान अम्बेडकर चैक पर मुख्मयंत्री डाॅ. रमन सिंह का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान काफी संख्या में पुलिस बल मौजुद थी, किन्तु कांग्रेसी कार्यकर्ता पुतला जलाने में सफल रहे।