रायपुर। छत्तीसगढ़ में मानसून को आने में अभी वक्त है, लेकिन मानसून पूर्व की बरसात शुरू हो गई है। मौसम विभाग ने प्रदेश के 10 जिलों में अभी मध्यम से भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग का कहना है कि एहतियात के तौर पर इन जिलों में प्रशासन को सावधान रहने को कहा गया है ।
रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक प्रदेश के राजनांदगांव, कांकेर, कोण्डागांव, बस्तर, नारायणपुर, धमतरी, गरियाबंद, बालोद, दुर्ग और महासमुंद जिलों में एक-दो स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश की संभावना है। गरज-चमक के साथ बरसात की यह चेतावनी अगले 24 घंटों के लिए जारी हुई है। मौसम विभाग ने प्रदेश के राहत आयुक्त को भी इसकी सूचना भेज दी है। येलो चेतावनी के जरिए प्रशासन को सावधान रहने और हालात का अपडेट लेते रहने को कहा गया है।
मौसम विभाग ने दोपहर में एक संक्षिप्त पूर्वानुमान जारी कर बताया, शाम 4 बजे तक कांकेर, कोण्डागांव, बस्तर और उससे लगे जिलों में कुछ स्थानों पर आंधी चलने और आकाशीय बिजली गिरने की भी अति संभावना बन रही है। मौसम विज्ञानियों का कहना है, बिहार और उससे लगे उत्तर पश्चिम बंगाल के 2.1 किलोमीटर ऊंचाई तक एक चक्रीय चक्रवाती घेरा विस्तारित है। प्रदेश में पश्चिमी हवा के साथ काफी मात्रा में नमी आ रही है इसकी वजह से यह बरसात हो रही है ।
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया, उपग्रह से प्राप्त बादल के चित्र के मुताबिक, केरल तट और आसपास के दक्षिण-पूर्व अरब सागर में बादल छाए हुए हैं। स्थितियां अनुकूल रहीं तो अगले 24 घंटों में केरल में बरसात बढ़ सकती हैं। इसलिए, केरल में मानसून की शुरुआत 3 जून से होने की संभावना है। पहले 31 मई को ही मानसून के केरल पहुंच जाने का अनुमान लगाया गया था। सामान्य तौर पर छत्तीसगढ़ में मानसून का आगमन 16 जून के आसपास माना जाता है।
सामान्य तौर पर नौतपा के नौ दिनों को सबसे गर्म माना जाता है। इस बार यह नौतपा भी नहीं तपा है। 25 मई से शुरू हुए नौतपा के दौरान अधिकतम तापमान 38 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच ही रहा है। इसकी बड़ी वजह मई महीने के दूसरे पखवाड़े में कई बार हल्की से मध्यम बरसात भी है। आज रायपुर का आसमान बादलों से ढंका है। कुछ स्थानों पर बरसात की भी खबर है। अधिकतम तापमान 35 से 37 डिग्री सेल्सियस बताया जा रहा है।