कोरबा। 5 लाख रुपये की लॉटरी लगने को लेकर ठग ने कोरबा थाना प्रभारी दुर्गेश शर्मा को कॉल किया। लेकिन थाना प्रभारी ने बातों में ठग को कुछ ऐसा उलझाया कि ठग को कॉल डिस्कनेक्ट करना पड़ा।
विभिन्न क्षेत्रों में लोगों के हजारों लाखों रुपये हड़पने के लिए ठगों का नेटवर्क भली-भांति काम कर रहा है। संगठित तरीके से इस काम को अंजाम देने का काम जारी है। इसके लिए लगातार नए तरीके खोजें जा रहे हैं। मामले की जानकारी होने के साथ पुलिस लोगों को जागरूक करने की कोशिश कर रही है। लोगों को बताया जा रहा है कि वह अनजान नंबर से आने वाले कॉल और किसी भी लिंक के जरिए मांगी जाने वाली जानकारी किसी भी स्थिति में साझा न करें। पुलिस ने बताया कि ऐसे मामलों में लोगों की जरा सी लापरवाही उन्हें कुछ ही देर में काफी नुकसान पहुंचा सकती है।
कभी कौन बनेगा करोड़पति की हॉट सीट पर पहुंचाने के नाम पर तो कभी करोड़ो की लॉटरी लगने के बहाने लोगों को नुकसान पहुंचाने वाले गिरोह अलग-अलग तरह से अपना काम करने में लगे हुए हैं। गिरोह के सदस्य एटीएम कार्ड ब्लॉक होने का डर दिखाकर भी लोगों के खातों से पैसे पार कर रहे हैं। समय के साथ लोगों की समझ का दायरा बढ़ा तो ठगों ने अपने लिए नया रास्ता चुन लिया। ये रास्ता है कोरोना टीकाकरण का।
सामान्य अपराधों में बढ़ोतरी होने के साथ साइबर अपराध के मामले भी जोर पकड़ रहे हैं। इसकी रोकथाम के लिए पुलिस ने साइबर सेल गठित किया है। जो कोरबा में रामपुर सिविल लाइन क्षेत्र में संचालित है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अगर किसी के साथ ऑनलाइन ठगी की घटना होती है तो वह तत्काल इस बारे में साइबर सेल को सूचना दें।