जांजगीर-चाम्पा. मध्य भारत पेपर मिल परिसर पर आज दो दिनों से सप्लाई ठेकेदारों और मिल को पुनः संचालित करने आए कोलकोता की कंपनी के लोगो के बीच हो रहे चर्चा का आज किसी प्रकार का नतीजा नहीं निकल पाया. जिसको लेकर आज दोनों पक्षों में खूब मारपीट की घटना हुई. जिले के बिरगहनी ग्राम में बंद पड़े मध्य भारत पेपर मिल को पुनः संचालित करने आए कोलकाता की कंपनी के लोग और सप्लायर ठेकेदारों के बीच आज जोरदार मारपीट व जुमा झपटी हुई। घंटो तक तक मिल परिसर पर तनाव की स्थिति बनी रही. मिल को पुनः संचालित करने आए हैं कोलकाता कंपनी के लोगों ने सप्लाई ठेकेदारों के ऊपर गाली गलौज करते हुए मारपीट की घटना को अंजाम देते हुए विवाद शुरू कर दिया. जिसको लेकर घंटों तक तनाव की स्थिति बनी रही. किसी तरह अन्य लोगों द्वारा बीच बचाव किया गया तब जाकर मामला शांत हुआ.
पेपर मिल में सप्लायर ठेकेदारों द्वारा बकाया राशि का भुगतान करने को लेकर चार वर्षों से मांग कर रहे हैं. लेकिन मिल मालिक द्वारा उन्हें बार-बार आश्वासन दे कर उनकी बात को टालते आ रहा है, जिसको लेकर सप्लाई ठेकेदार आक्रोशित है. वही इसकी शिकायत कलेक्टर एसडीएम से भी कर चुके हैं, लेकिन अभी तक किसी प्रकार का नतीजा नहीं निकल पाया है.
बताया जा रहा है कि सप्लाई ठेकेदारों का बकाया राशि 8 करोड़ रुपए का है, लेकिन मिल मालिक मिल को बंद कर 4 सालों से फरार है. वही मिल में काम कर रहे मजदूर, कर्मचारियों का भी भुगतान होना अभी बाकी है, लेकिन इस ओर ना तो मिल मालिक का ध्यान है, और नहीं जिला प्रशासन इस मामले में हस्तक्षेप कर रही है. बताया जा रहा है कि मिल मालिक मिल को बेचने की फिराक में है. जिसको लेकर 2 दिनों से कोलकाता की एक टीम बिरगहनी मध्य भारत पेपर मिल पहुंची हुई है. जिसकी खबर सप्लाई ठेकेदारों को होते ही मौके पर पहुंचकर अपनी मांगों को लेकर चर्चाएं कर रहे हैं, लेकिन कोलकाता से आए लोगो से बात नहीं बन पा रही है. सप्लाई ठेकेदार अपने बकाया भुगतान को लेकर अरे हुए हैं तो वही कोलकाता आये कंपनी अपने उच्च अधिकारियों से चर्चा कर भुगतान करने की बात कर रहे हैं लेकिन बात नहीं बन पा रही है. आज इन्हीं बातों को लेकर दोनों पक्षों में जमकर मारपीट की घटना हुई.
वही सप्लाई ठेकेदारों का आरोप है कि कोलकाता से अभी आए कंपनी के द्वारा मिल में पड़े पुराने मशीनरी एवं लोहे के कबाड़ी को रात को ट्रक बुलाकर चोरी छुपे बेचा जा रहा है. जिनकी जानकारी ना तो जिला प्रशासन को दिए है, नहीं उद्योग विभाग से किसी प्रकार की अनुमति ली है. जिसको लेकर हमने कलेक्टर एवं एसडीएम से शिकायत की है. लेकिन आज कोलकाता से लोगो ने हमारे साथ मारपीट की है. जिसकी शिकायत हम थाना में करने जा रहे हैं. अब देखा जा रहा है कि मध्य भारत पेपर मिल की स्थिति भी मड़वा तेंदू भाटा प्लांट की तरह रूप ले रही है. अगर समय रहते जिला प्रशासन इन मामलों में हस्तक्षेप नहीं करेगी तो आने वाला समय बहुत बड़ी घटना हो सकती है.
https://youtu.be/cH2WOb9ELNs