Kanker News: मरघट की पूजा की अद्भुत परम्परा को जानकर रह आप भी हैरान रह जाएंगे। कांकेर जिले के पखांजूर क्षेत्र में एक ऐसा गांव है जहाँ मुर्दो को जलाया जाता है, वहीं पूजा पाठ करते हैं। पखांजूर मुख्यालय से कुछ ही दूरी पर इंद्रप्रस्थ एक गांव है। जहाँ के ग्रामीण पिछले 2 सालों से यहाँ परम्परा बनाये है। जिसमें महिला पुरुष व छोटे छोटे बच्चे बड़ी संख्या में कलश यात्रा निकालते हैं और शमशान में जहाँ शव को जलाया जाता है वही कलश रखकर तथा मुक्तिधाम के चारो ओर घूमकर पूजा पाठ करते है।
साथ ही मुक्तिधाम में 3 दिनो तक ग्रामीण पूजापाठ करते है, ग्रामीणों का मानना है कि ऐसा करने से गांव में सुख समृद्धि बना रहता है। एक साल में कोई भी व्यक्ति या महिला का मृत्यु होता है तो उसका ग्रामीणों के द्वारा लिस्ट बनाया जाता है और सालभर बाद इसी समय उनके आत्मा को शान्ति के लिए 3 दिनो तक पूजा पाठ किया जाता हैं। बता दें कि, लोग मुक्तिधाम के नाम सुनकर डर जाते हैं और वहाँ जाना नही चाहते। वहीं इस गांव की परंपरा में बच्चों से लेकर बड़े सभी महिला, पुरूष, बच्चे सभी मुक्तिधाम में दिन रात बैठकर पूजा पाठ करते हैं।