दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में फोर्स को बड़ी सफलता मिली है। शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक व सीआरपीएफ अधिकारी के समक्ष 9 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया। जिसमें एक महिला माओवादी भी शामिल है। लोन वर्राटू (घर वापस आइये) अभियान के तहत नक्सलियों ने समर्पण किया है। सरेंडर करने वाले नक्सलियों पर अलग-अलग थानों में अपराध दर्ज हैं। कुछ नक्सलियों पर इनाम भी घोषित है।
दंतेवाड़ा पुलिस द्वारा चलाए जा रहे लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर एसपी सिद्धार्थ तिवारी और सीआरपीएफ उप पुलिस महानिरीक्षक विनय कुमार सिंह के समक्ष 9 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। समर्पण करने वाले माओवादियों में हिड़मा कवासी (मिलिशिया सदस्य), सोमाराम मंडावी (जनमिलिशिया सदस्य), सुनील नुप्पो (मेडिकल टीम का सदस्य), कोसाराम सोढ़ी (डीएकेएमएस उपाध्यक्ष), हिड़मा माड़वी (डीएकेएमएस सदस्य), मंगलू कुंजाम (मिलिशिया सदस्य), सोमड़ी लेकाम (सीएनएम सदस्या), महेश मरकाम (मिलिशिया सदस्य), कोयली ताती (मिलिशिया सेक्शन कमांडर) शामिल हैं। सरेंडर करने वाले तीन नक्सलियों पर 10-10 हजार रुपये का इनाम भी घोषित था।
दंतेवाड़ा एसपी सिद्धर्थ तिवारी ने बताया कि सरेंडर करने वाले माओवादियों पर अलग-अलग थानों में कई गंभीर अपराध भी दर्ज हैं। जिसमें मुखबिरी के शक में ग्रामीणों की हत्या और आगजनी का अपराध प्रमुख है। बड़ी संख्या में नक्सलियों के समर्पण से माओवादी संगठन को झटका लगा है। एसपी ने बताया कि इस अभियान के तहत अब तक दंतेवाड़ा जिले में ही 124 ईनामी माओवादियों सहित कुल 509 नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्म समर्पण कर मुख्यधारा में लौट चुके हैं। आत्म समर्पित नक्सलियों को छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास नीति का लाभ दिया जाएगा।