रायपुर। राज्य में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ रही है। लेकिन स्वास्थ्य अमले और छत्तीसगढ़वासियों ने ठान लिया है कि कोरोना को हराकर रहेंगे। राज्य में आज एक लाख 22 हजार 384 लोगों ने कोविड-19 टीकाकरण केन्द्र पहुंचकर उम्मीद का टीका लगवाया। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक एवं राज्य कोविड टीकाकरण की नोडल अधिकारी डॉ. प्रियंका शुक्ला ने बताया की 01 अप्रैल से 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। उन्होंने अपील की है कि इस आयु वर्ग के सभी लोग देर न करते हुए जल्दी ही अपना और अपने परिजनों का टीकाकरण अवश्य कराएँ क्योंकि टीकाकरण से कोविड-19 से होने वाले कॉम्प्लिकेशन्स से बचा जा सकता है।
आज प्रदेश भर में 1911 सेशन साइट पर कुल एक लाख 22 हजार 384 लोगों को कोविड-19 से बचाव के लिए टीका लगाया गया। बालोद जिले में 3620, बलौदाबाजार-भाटापारा में 2745, बलरामपुर-रामानुजगंज में 2602, बस्तर में 2103, बेमेतरा में 1300, बीजापुर में 1487, बिलासपुर में 4950, दंतेवाड़ा में 786, धमतरी में 5915, दुर्ग में 11 हजार 225, गरियाबंद में 1382, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 1245, जांजगीर-चांपा में 4625, जशपुर में 2093, कबीरधाम में 3650, कांकेर में 955, कोण्डागांव में 2324, कोरबा में 7411, कोरिया में 1161, महासमुंद में 8927, मुंगेली में 4938, नारायणपुर में 89, रायगढ़ में 15 हजार 196, रायपुर में 10 हजार 729, राजनांदगांव में 8052, सुकमा में 1372, सूरजपुर में 3700 और सरगुजा में 2801 लोगों को टीके लगाए गए।
कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक के 6-8 सप्ताह के बीच दूसरी खुराक लेना अनिवार्य है। सेकंड डोज लेने के दो सप्ताह के अंदर आमतौर पर शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित होती है। वैक्सीनेशन के बाद भी कोविड अनुरूप व्यवहार करना, मास्क लगाना, दूरी रखना एवं हाथों की सफाई आवश्यक है जिससे कोरोना के खतरे को कम किया जा सके।