रायपुर। छत्तीसगढ़ के कई शहरों में 6 से 14 अप्रैल तक लॉकडाउन है। इसकी अवधि बढ़ भी सकती है। इसके अलावा कई अन्य शहरों में लॉकडाउन की तैयारी है। ऐसे में 15 अप्रैल से 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो रही हैं । हिंदी का पहला पेपर है। प्रदेश के दुर्ग समेत अन्य जिलों में लॉकडाउन लग रहा हैं। ऐसे में 15 तारीख से ऑफलाइन परीक्षाओं को लेकर संकट खड़ा हो गया है। शनिवार को शिक्षा सचिव की अध्यक्षता में एक बड़ी बैठक होने वाली हैं। जिसमें इन सब परिस्थितियों की समीक्षा होगी।
प्रदेश में करीब चार लाख बच्चे परीक्षा में बैठते हैं। इस साल सीजी बोर्ड ने फैसला किया था कि परीक्षा ऑफलाइन होगी। लेकिन, बढ़ते कोरोना संक्रमण ने सबके मन में यह सवाल खड़ा कर दिया हैं कि इस बार पेपर ऑफलाइन होगा या कोरोना के कारण पिछले साल की तरह रद्द किया जाएगा। अभी इस पर कोई ठोस निर्णय शिक्षा विभाग ने नहीं किया हैं।
जिला शिक्षा अधिकारी दुर्ग प्रवास सिंह बघेल ने बताया है कि जिले में इस बार 15 से 16 हजार बच्चे 10 वीं बोर्ड परीक्षा में शामिल होगें। लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन 6 अप्रैल से लगने जा रहा हैं। ऐसे में हमने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को लिखित में सूचना दे दी हैं। शनिवार को शिक्षा सचिव की अध्यक्षता में रायपुर में बैठक होने वाली हैं। जिसमें हो सकता हैं कि कोई निर्णय लिया जाए।
छत्तीसगढ़ बोर्ड ने 10वीं परीक्षाओं का शेड्यूल जारी करते समय कोविड-19 गाइडलाइंस का पालन भी अनिवार्य कर दिया है। जिसके मुताबिक परीक्षा के समय सामाजिक दूरी रखते हुए सभी बच्चों को मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। सभी स्कूलों को कोविड-19 गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करने का दिशा-निर्देश भी दिया गया है। साथ में यह भी कहा गया है कि जो भी स्कूल इन दिशा-निर्देशों का पालन गंभीरता से नहीं करेंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।