बस्तर. कोरोना वायरस संक्रमण के संकट को लेकर जगदलपुर के स्व. बलिराम कश्यप मेडिकल कॉलेज में इंतजाम के दावों की पोल खुल गई है. यहां बने क्वारंटाइन सेंटर से तमिलनाडु के दो ड्राईवर भाग निकले. हालांकि, मशक्कत के बाद दोनों को पुलिस ने पकड़ लिया है और उनके खिलाफ मामला दर्ज कर जेल भेज दिया है. इस घटना के बाद क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्थाओं और सुरक्षा पर सवाल उठाए जा रहे हैं.
जगदलपुर मेडिकल कॉलेज के क्वारंटाइन वार्ड में तमिलनाडु के रहने वाले दो ड्राइवर को कोरोना संदिग्ध मानते हुए. जगदलपुर के मेडिकल कॉलेज में क्वारंटाइन किया गया था. बीते 27 अप्रैल की शाम ये दोनों ड्राइवर मौका पाकर वहां से भाग निकले. दोनों ड्राइवरों के भागने की घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गयी. इस मामले के सामने आने के बाद हड़कंप मच गया. गोपनीय तरीके से इस मामले को पुलिस तक पहुंचाया गया. उसके बाद इन दोनों की पकड़ने की कवायद पुलिस ने शुरू की.
पुलिस ने बस्तर संभाग की सभी सीमाओं पर नाकेबंदी करते हुए दोनों के फोटो जारी किए. बड़ी मशक्कत के बाद पुलिस को बीते 28 अप्रैल की देर रात पता चला कि दोनों को सुकमा जिले के एर्राबोर के पास पकड़ लिया गया है. उसके बाद ट्रक चालकों को परपा थाने लाया गया और उनके खिलाफ कई धाराओं के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया. दरअसल, प्रशासन ने इन्हें कोरोना संदिग्ध माना था और जांच रिपेार्ट आने से पहले ही दोनों भाग गए थे. यही वजह है कि प्रशासन काफी परेशान हुआ. हालांकि दोनों की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई. फिलहाल दोनों को जेल भेज दिया गया है. मामले में मेडिकल कॉलेज ने डीन यूएस पैकरा ने कुछ बोलने से मना कर दिया.