कोरिया. जिले के मनेंद्रगढ़ में सूर्य उपासना के महापर्व छठ के अवसर पर श्रद्धालुओं ने अस्ताचलगामी सूर्य को नदियों और तालाबों में खड़ा होकर प्रथम अर्घ्य दिया. जिले के बैकुंठपुर, पटना, चिरमिरी, मनेंद्रगढ़ में हसदेव नदी के साथ अन्य तालाबों और पोखरों में डूबते हुए व्रतियों ने सूर्य को अर्घ दिया.
इस अवसर पर हजारों लोगों ने पवित्र नदी में स्नान भी किया. नदियों की ओर जाने वाले सभी मार्ग छठ व्रत एवं सूर्य आराधना के भक्ति पूर्ण गीतों से गुंजायमान थे. इस अवसर पर पर सभी छट घाटों में सुबह से ही काफी चहल पहल रही. स्थानीय प्रशासन ने नदी के घाटों पर सुरक्षा के कड़े इंतजार किये.
पूरे जिले में भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के लिए छठ घाटों पर जनसैलाब उमड़ पड़ा. सूर्य उपासना और लोक आस्था का महापर्व छठ के 3 दिन व्रतियों ने डूबते सूर्य की पूजा अर्चना कर पारिवारिक सुख समृद्धि की मंगल कामना की. इसके पूर्व छठ घाटों पर साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा गया. कल रविवार को उगते सूर्य के अर्घ्य के साथ छठ महापर्व का समापन होगा. इसके बाद व्रती जल पीकर 36 घंटे बाद उपवास खोलेंगे. छठ महापर्व 4 दिनों तक चलता है. इसकी शुरुआत खरना से होती है मान्यता के अनुसार दूसरे दिन व्रतियों ने प्रसाद खाने के बाद उनका 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो जाता है. तीसरे दिन डूबते हुए भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया और कल चौथे और अंतिम दिन उगते सूर्य कुमार के साथ इस महापर्व का समापन होगा.