बिना जानकारी के बैठक में न आया करें अधिकारी-सभापति

निगम सामान्य सभा की बैठक में विद्युत व खाद्य विभाग का मुद्दा छाया रहा
-बिना जानकारी के बैठक में न आया करें अधिकारी-सभापति
-विपक्ष का तीखा प्रहार

अम्बिकापुर 

सोमवार को कंपनी बाजार स्थित सरगुजा सदन में आयोजित निगम सामान्य सभा की बैठक में विद्युत व खाद्य विभाग से जुड़े मुद्दे छाया रहा। जनप्रतिनिधियों ने विद्युत व खाद्य विभाग के अधिकारियेां पर एक के बाद एक कई सवालों के जवाब मांगे। विद्युत विभाग के अधिकारी द्वारा एकल बत्ती के बारे में कोई ठोस जानकारी  नहीं होने पर सदन बौखला गया और सभापति शफी अहमद ने कड़े लहजों में अधिकारी को यह कह डाला कि बिना जानकारी के वे बैठक में न आया करें। इसके साथ ही श्री अहमद ने कड़ा रूख अपनाते हुये विद्युत विभाग के सी को सदन की ओर से पत्र लिखने व अगली सामान्य सभा की बैठक में डी को बुलाने की बात कही। बैठक में विपक्ष के नेता जन्मेजय मिश्रा ने एक के बाद एक कई कटाक्ष करते हुये सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधियों से जवाब मांगा।
नेता प्रतिपक्ष श्री मिश्रा ने महापौर डॉ. अजय तिर्की द्वारा एक साल पूर्व दिये अपने प्रथम बजट भाषण के बारे में बताते हुये सायराना अंदाज में कह डाला कि मुकमल रात इतना कह गई है कहानी फिर फिर अधूरी रह गई है। श्री मिश्रा ने आगे बताया कि महापौर ने अपने भाषण में कहा था कि बजट में प्रावधान है बीपीएल परिवार को छोड़कर निर्धन कन्याओं के विवाह के लिये निगम मद से 10 हजार की सहायता राशि दी जायेगी। अभी तक कितने कन्याओं को सहायता राशि दी गई है सदन को बताने कहा गया है। फिर बजट में आपदा से प्रभावित व्यक्तियों के लिये 10 हजार मुआवजा का प्रावधान रखा गया था। एक वर्ष में कितने को सहायता राशि दी गई।  निगम का सहादूर राम जो कि जल प्रदाय शाखा में था एक पागल को उतारते समय गिर गया था। उसको भी आर्थिक मदद नहीं दी गई, बल्कि उसका वेतन भी बंद कर दिया गया था। अभी प्लेसमेंट कर्मी सुनील सिन्हा जो कि पीएचई में था दुर्घटना में अकला का ग्रास बन गया, उसे भी निगम द्वारा तत्काल सहायता नहीं दी गई। महापौर जी ने कहा था कि गंदे जल की निकासी के लिये उचित व्यवस्था कर शहर से बाहर, तालाबों को नालियों से मुक्त कर दिया जायेगा, उस पर भी पहल नहीं हो सकी। महापौर यह भी बताये कि यदि पहले के प्लेसमेंट कर्मी बोझ थे तो वर्तमान में आपने शासन से 150 पदों की मांग क्यों की थी। जबकि पिछले 5 वर्षों तक आप लोग ही आरोप लगाते रहे हैं कि प्लेसमेंट कर्मियों की वजह से निगम को आर्थिक बोझ पड़ रहा है। नेता प्रतिपक्ष ने सरगुजा पैलेस जिसे टीएस सिंहदेव की सम्पत्ति है उसमें सम्पत्ति कर व सामेकित कर क्यों नहीं लग रहा है का प्रश्न उठाया। इसके अलावा उन्होंने शहर में कई और ऐसे भवन हैं जिनमें कर छूट प्राप्त होने की बात बताई।

नेता प्रतिपक्ष के कटाक्ष का जवाब देते हुये कार्यकारी महापौर अजय अग्रवाल ने कहा कि सरगुजा पैलेस पर कर नहीं लगाया जा सकता। सन 1949 में सरकार के पत्र में स्पष्ट उल्लेख है कि किसी भी राजा-महाराजा के सम्पत्ति पर कर नहीं लगाया जा सकता। श्री अग्रवाल ने आगे कहा कि जितने कार्य प्रस्तावित हैं उसके टेण्डर हो चुके हैं। ठेकेदारों को कार्य प्रारंभ कराने का अंतिम नोटिस दिया गया है। कार्य प्रारंभ नहीं हुये तो टेण्डर निरस्त कर दिये जायेंगे। इसके अलावा श्री अग्रवाल ने क्रमशरू कई सवालों के जवाब दिये।