बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)…नेतृत्वविहीन भीड़ ने कल शाम प्रदेश के कृषि मंत्री व रामानुजगंज विधायक रामविचार नेताम का पुतला दहन कर दिया..जिसके बाद शोसल मीडिया पर स्थानीय भाजपा नेताओं के द्वारा समूचे घटनाक्रम की निंदा शुरू हो गई है..इसी बीच बजरंग दल के जिला संयोजक सारांश केशरी ने भी प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अपनी बात रखी है..इसमें उन्होंने दावा किया है..कि मंत्री रामविचार नेताम का पुतला दहन उनकी अनुपस्थिति में पड़ोसी जिले से आये बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने की है..इस सम्बंध में बजरंग दल के संयोजक ने माँफी भी मांगी है..लेकिन बजरंग दल के संयोजक सारांश केशरी व विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष ललन कुशवाहा मौके पर मौजूद थे..
27 मई की सुबह डुमरखी के जंगल मे बजरंग दल के जिला सह संयोजक सुजीत सोनी,व शादीशुदा युवती किरण काशी की लाश मिलने के बाद बजरंग दल के कार्यकर्ता व व्यापारी संघ ने आक्रोश व्यक्त करते हुए नगर बंद करते हुए..एनएच 343 में कई जगहों पर चक्काजाम कर दिया था..जिसके बाद पुलिस के द्वारा 72 घंटे में मामला सुलझाने के लिखित आश्वासन के बाद लगभग 5 घंटे बाद विरोध प्रदर्शन का खत्म हुआ था..
वहीं दोहरे हत्या के इस मामले में पुलिस ने 72 घंटे के भीतर 3 ग्रामीणों को गिरफ्तार करने का दावा किया था..की मामले की जांच जारी है..इसी बीच भाजपा नेता प्रबल प्रताप सिंह जूदेव भी बलरामपुर पहुँचे थे..उन्होंने मृतक के परिजनों से भेंट कर एसपी से घटनाक्रम की जानकारी ली थी..इसी बीच बजरंग दल व विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने एनएच 343 को फिर से जाम कर दिया..और दावा किया जाने लगा कि पुलिस ने मामले की जांच में लीपापोती कर दी..पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच कई दौर की चर्चा हुई जो असफल रही..
मुद्दे से भटके प्रदर्शनकारी!..
दरअसल सड़क को घंटो जाम करके प्रदर्शनकारी मुद्दे से भटक गए..प्रदर्शन कर रहे लोग पुलिस को कोसते रहे..इसी बीच मंत्री रामविचार नेताम का पुतला भी दहन किया गया..उस दौरान जिले के बजरंग दल व विश्व हिंदू परिषद के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे..उन सब के बाद अब माँफी समझ से परे है!..