जांजगीर-चांपा। जिला शिक्षा विभाग हमेशा विवादों में रहा है. विभाग में प्रमोशन, ट्रांसफर, प्रतिनियुक्ति, स्कूलों की मान्यता को लेकर बड़ा भ्रष्टाचार सामने आ चुका है. बावजूद यहाँ के कर्मचारी व अधिकारी सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं. यहां हर काम के लिए बोली लगती है. हाल ही में राज्य खेल प्रतियोगिता का भी आयोजन संपन्न हुआ. इस आयोजन में भी कई बाते सामने आई थी जिसको लेकर खेल अधिकारी को नोटिस भी जारी हुआ था।
अब फिर से एक नया विवाद खड़ा हो गया है 5 सितंबर को शिक्षक दिवस पर उत्कृष्ट एवं नवाचार शिक्षकों का सम्मान करने के लिए आवेदन मांगे थे. लेकिन समय पर पर्याप्त आवेदन नहीं आ पाए. और दूसरा दिन सम्मान समारोह का आयोजन होना था तब यहां के अधिकारी एवं कर्मचारी आनन फानन में चयनित शिक्षकों का लिस्ट जारी कर दिया।
जिसमें कई शिक्षक एवं शिक्षिका ऐसे हैं जो हमेशा विवादों में रहे हैं, या जिनके खिलाफ वेतन कटौती की कार्यवाही हुई है, या उनके खिलाफ कई बार कार्रवाई के रूप में कारण बताओं नोटिस भी जारी हुआ है। ऐसे शिक्षकों को शिक्षा विभाग सम्मान करने जा रही है जिसके चलते अधिकारी एवं कर्मचारियों के कार्यप्रणाली पर फिर से सवाल खड़े हो रहे हैं।
शिक्षा विभाग में जो मेहनत कर नवाचार कर रहे है उन उत्कृष्ट शिक्षकों को अनदेखा कर विवादित शिक्षकों को सम्मानित करने जा रहा हैं। विभाग के पास समय सीमा पर न ही पर्याप आवेदन आए, नहीं किसी प्रकार की चयन समिति बनी आनन फानन में पुरस्कार के लिए चयनित शिक्षकों का लिस्ट जारी कर दिया गया। शिक्षा विभाग ने 27 शिक्षकों को चयनित कर जिला स्तरीय, विकास खंड स्तरीय अलग-अलग पुरस्कार से सम्मानित करने जा रही हैं।
जिसमें जिला स्तरीय ज्ञानदीप पुरस्कार,विकासखंड स्तर शिक्षादूत एवं प्राथमिक शाला उत्कृष्ट प्रधान पाठक पुरस्कार सहित पूर्व माध्यमिक शाला पुरस्कार शामिल है। शिक्षक दिवस पर जिला स्तरीय शिक्षक समान समारोह का आयोजन शिक्षा विभाग द्वारा आत्मानंद स्कूल क्रमांक 1 में रखा गया है जहां जिले के कलेक्टर द्वारा सभी शिक्षकों को सम्मान किया जा रहा है।