छत्तीसगढ़ की बिलासपुर पुलिस एक बार फिर विवादों में है। अपने गुमशुदा भाई को तलाश करने की गुजारिश लेकर शुक्रवार को थाने में पहुंचे एक युवक को प्रभारी ने दो थप्पड़ जड़ दिए। थप्पड़ भी महज सिर्फ इसलिए कि थाना प्रभारी साहब को आवेदक के बात करने का ढंग पसंद नहीं आया। जबकि उसने बताया कि कई सालों से दक्षिण भारत में नौकरी के चलते उसे भाषा की दिक्कत है। युवक का भाई करीब एक महीने पहले सिम्स में भर्ती किया गया था, इसके बाद से ही लापता है।
दरअसल, बेमेतरा जिले के बेरला क्षेत्र अंतर्गत कोसपातर निवासी एक मानसिक रोगी गिरधारी निषाद (28) को उसके परिजनों ने सेंदरी स्थित राज्य मानसिक चिकित्सालय में 2 जुलाई को भर्ती कराया था। कुछ दिन बाद जब परिजन मरीज का हाल जानने सेंदरी पहुंचे, तो बताया गया कि खून की कमी होने के कारण उसे 9 जुलाई को सिम्स रेफर किया गया है। परिजन सिम्स पहुंचे तो वहां इस नाम का मरीज भर्ती होने से ही इनकार कर दिया गया। इसके बाद गिरधारी के छोटे भाई भीखम निषाद ने पुलिस के आगे फरियाद लगाई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
पुलिस के कार्रवाई नहीं करने पर भीखम ने शुक्रवार को ASP उमेश कश्यप के सामने अपना आवेदन पेश किया। उसको देखने के बाद ASP ने कोनी थाना प्रभारी को जांच का आदेश जारी कर दिया। प्रार्थी आवेदन लेकर थाने पहुंचा और प्रभारी रविन्द्र यादव से कहा कि ‘ASP ने बोला है कि उसके भाई की तलाश करें। आरोप है कि इतना सुनते ही रविन्द्र यादव भड़क गए । उन्होंने प्रार्थी से कहा, ‘तुम्हें बात करने का सलीका नहीं है । ASP बोला नहीं, बोले होता है।’ इस पर भीखम ने बताया कि दक्षिण भारत में नौकरी के चलते उसे भाषा की समस्या है। बावजूद इसके थाना प्रभारी ने दो तमाचा जड़ दिया।
भीखम निषाद ने कहा कि बड़े भाई की तलाश के लिए मैं अपनी नौकरी छोड़ कर बिलासपुर में रह रहा हूं। परिवार की सारी जिम्मेदारी मुझ पर है। सब जगह से हार मान कर मैं ASP साहब के पास गया था। उन्होंने जांच का आदेश भी दिया। लेकिन थाना प्रभारी का इस तरीके से व्यवहार करेंगे इसका बिलकुल भी अंदाजा नहीं था। भीखम ने कहा हम गरीब है। अगर पुलिस को मेरे भाई को नहीं ढूंढना था तो साफ बोल देते हम उसे मरा समझ कर उसका अंतिम संस्कार कर दिए होते, मारने की क्या जरूरत थी।
पूरे मामले को लेकर जब कोनी रहना प्रभारी रविन्द्र यादव से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा प्रार्थी ने सही तरीके से बात नही किया इसलिए मैंने उसे थप्पड़ मार दिया। मामले को लेकर मैं आधे घंटे में कार्रवाई करूंगा।