संजय यादव/जांजगीर-चांपा…पूर्व विधायक डॉ खिलावन साहू को अपनों की नाराजगी भारी पड़ सकती है। उनके खिलाफ पार्टी संगठन के अनेक पदाधिकारियों ने अनदेखी व अपमानित करने के साथ ही पैसे लेकर भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया है। एकाएक तेजी से तूल पकड़ने के कारण मामला प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव तक जा पहुंचा है। दरअसल छत्तीसगढ़ सहित चार राज्यों के चुनाव करीब हैं, जिसके चलते प्रदेश की भूपेश सरकार के खिलाफ भाजपा के बड़े आक्रामक तेवर हैं और परिवर्तन यात्रा के माध्यम से उसने लोगों का समर्थन जुटाने के लिये शहरी क्षेत्रों से लेकर ग्रामीण इलाकों तक की खाक छानी है। इस बीच पिछले दिनों परिवर्तन यात्रा के बाराद्वार पहुंचने पर एक सभा का आयोजन किया गया था , जिसकी जिम्मेदारी पूर्व विधायक डॉ खिलावन साहू को दी गई थी। सभा में केंद्रीय नेताओं के साथ प्रदेश के शीर्ष पार्टी नेता भी शामिल हुए थे। इस दौरान अतिथियों के स्वागत -सत्कार को लेकर भाजपा के अनेक जनप्रतिनिधि एवं पदाधिकारियों ने डॉ खिलावन साहू की भूमिका पर सवाल उठाए हैं।
उनका आरोप है कि, पूर्व विधायक डॉ साहू ने अपने चहेतों व रिश्तेदारों से नेताओं का स्वागत कराया वहीं पार्टी संगठन के जिला महामंत्री एवं जिला पंचायत सदस्य टिकेश्वर गबेल, महिला मोर्चा की जिला महामंत्री जिला पंचायत सदस्य श्रीमती उमा राठौर, जिला मंत्री सुश्री अन्नपूर्णा राठौर, भुवन भास्कर जैसे अनेक जिम्मेदार लोगों को नेताओं से दूर रखा गया, अनदेखी कर उन्हें अपमानित किया गया। घटना से असंतुष्ट भाजपा पदाधिकारियों ने इस संबंध में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद अरुण साव को संयुक्त हस्ताक्षरित शिकायत भेजी है। जिसमें डॉ खिलावन साहू पर पिछले विधानसभा चुनाव में पैसे लेकर पार्टी के विरोध में काम करने जैसे गंभीर आरोप भी लगाये गये हैं। उनका कहना है कि पार्टी ने पूर्व विधायक खिलावन साहू के ले खिलाफ पहले भी कम्प्लेंट की थी, संगठन ने उसे गंभीरता से नही लिया। उल्टे डॉ साहू को पिछड़ा वर्ग फोरम में प्रदेश महामंत्री बना दिया गया। ऐसे में उसका मनोबल बढ़ा हुआ है और उसके द्वारा गुटीय राजनीति को बढ़ावा दिया जा रहा है, इसका नुकसान पार्टी को हो रहा है।
अपनों की उपेक्षा न पड़ जाए भारी ….
बाराद्वार में आयोजित परिवर्तन यात्रा की सभा में केंद्रीय नेताओं के साथ ही प्रदेश के शीर्ष नेता पहुंचे थे। इस अवसर पर कार्यक्रम का संचालन पूर्व विधायक डॉ खिलावन साहू कर रहे थे, उन पर भाजपा के ही अनेक जनप्रतिनिधि व पदाधिकारियों ने उपेक्षा व अपमानित करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है खिलावन साहू ने चहेते लोगों लोगों से ही अतिथियों का स्वागत कराया। ऐसे में क्षुब्ध भाजपा नेता न माने और सबक सिखाने की बात पर अडिग रहे तो संभव है खिलावन साहू के सपने बिखर जाएं, और उनका पांच वर्षों का राजनैतिक वनवास आगे बढ़ जाए !
गुटीय राजनीति में उलझे नेता, पार्टी को नुकसान..
नेता इस कदर गुटीय राजनीति में उलझे हुए हैं कि उन्हें अपनों को निपटाने के फेर में पार्टी की भी चिंता नही रह गई है ! यही वजह है कि अधिकांश चुनावों में कमजोर नतीजे का एक बड़ा कारण अपनों के बीच देखने-दिखाने जैसी स्थिति किसी से छिपी नही है। यह हालात सभी दलों में है, फिर भी कुछ समय पहले तक भाजपा में अनुशासन के आगे सबको साथ चलने की मजबूरी होती थी। अब वहां भी सब कुछ ठीक नही है, इसका ताजा उदाहरण भाजपा नेताओं का अपनी ही पार्टी के पूर्व विधायक डॉ खिलावन साहू पर पैसे लेकर कांग्रेस प्रत्याशी को पिछले चुनाव में मदद करने का एक बड़ा आरोप है। इन भाजपा नेताओं ने बकायदा लिखित में ऊपर तक शिकायत भेजी है। चुनाव नजदीक है, कहीं ऐसा न हो कि पांच वर्ष का वनवास पूरा करने जा रहे डॉ खिलावन साहू के हाथों से एक बार फिर से बाजी निकल जाये। खैर ! इस बारे में फिलहाल कुछ भी बोलना जल्दबाजी होगी, वैसे डॉ साहू को चाहिए कि अब तक की सभी बातें भुलाकर नाराज अपनों को मना लेना चाहिए। इसी में सबकी भलाई है।