CG के इस जिले में ऑपरेशन ‘निजात’ से आई चाकूबाजी में 83% कमी, क्या पूरे छत्तीसगढ़ में करना चाहिए लागू?

बिलासपुर. शहर में अपराध की वजह नशे का अवैध कारोबार रहा है। गंभीर अपराधों के पीछे नशा बड़ी वजह रही है। इसीलिए बिलासपुर पुलिस अब इसके खिलाफ “निजात” नामक अभियान चला रही है। पिछले साल की तुलना में इस साल पुलिस ने नशे के खिलाफ 40 फीसदी कार्रवाई अधिक की जिसका असर देखने को मिल रहा है। इसके कारण चाकूबाजी में 83 प्रतिशत कमी आई है। इसी तरह मारपीट व सड़क हादसे भी 14 प्रतिशत कम हुए हैं। एसपी संतोष कुमार सिंह के जिले में चलाए जा रहे ऑपरेशन निजात का असर अब देखने को मिल रहा है।

अभियान दो माह पहले ही शुरू हुआ है। नशे से जुड़े मामलों में फरवरी मार्च 2023 में कुल 2,688 एफआईआर हुई। इनमें पिछले साल 2006 केस दर्ज किए गए थे। यानी नशे के खिलाफ 40 प्रतिशत अधिक मामले रजिस्टर्ड किए गए। पुलिस इस कार्रवाई के जरिए बड़ी मात्रा में गांजा, नशीले टेबलेट्स, कफ सिरप जब्त किए।

साथ ही नशीली सामग्री बेचने वाले दुकानदारों पर कोटपा एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है। नशे के कारोबार पर कार्रवाई की वजह से धारा 324, 325, 25, 27 आर्म्स एक्ट में 83 प्रतिशत कम अपराध दर्ज किए। पिछले साल की तुलना में चाकूबाजी में 83 प्रतिशत की कमी आई है। इसी तरह मारपीट में 11 और सड़क हादसे में 4 फीसदी कम हुए हैं।

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नशा कर वाहन चलाने वालों पर कार्रवाई की जा रही है, पिछले साल 185 के तहत फरवरी-मार्च 2022 में केवल 15 कार्रवाई हुई थी। इस साल इन दाे माह में 501 कार्रवाई की गई यानी 486 केस अधिक दर्ज किए गए। इसका भी असर फिलहाल सड़कों पर दिखने लगा है।

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इधर बिलासपुर पुलिस के निजात अभियान से टीवी, बॉलीवुड और छत्तीसगढ़ के सेलिब्रिटीज भी जुड़ रहे है। नशे के खिलाफ वीडियो जारी नशा से दूर रहने की अपील की है। संतोष कुमार सिंह (एसपी बिलासपुर) ने कहा कि ऑपरेशन निजात से आश्चर्यजनक परिणाम मिले हैं। चाकूबाजी जैसे घटना में कमी आई है। आगे इस मिशन को जारी रखेंगे।