दंतेवाड़ा..सूबे की सत्ता में काबिज होते ही कांग्रेस सरकार ने कई अहम फैसले लिए थे.. जिसमे से एक डीएमएफ यानी गौड़ खनिज मद से हुए विकास कार्यो की सरकार ने समीक्षा की थी..और सभी जिलों के कलेक्टरों से हिसाब मांगा था..और डीएमएफ पर हुए बेहिसाब खर्च का खाका तैयार करने के निर्देश जारी किए थे…
वही अब डीएमएफ को लेकर एक कलेक्टर ने तत्कालीन कलेक्टर पर गम्भीर आरोप लगाए है..जिसका ऑडियो शोसल मीडिया पर वायरल हो रहा है..और सुर्खियां भी बटोर रहा है..हालांकि उस ऑडियो की फ़टाफ़ट न्यूज डॉट कॉम पुष्टि नही करता है..
दरअसल प्रदेश की भूपेश सरकार ने डीएमएफ के बेहिसाब खर्चो का हिसाब मांगा है..इसी बीच दक्षिण बस्तर नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले के कलेक्टर टीपी वर्मा का तत्कालीन कलेक्टर रहे आईएएस सौरभ कुमार पर डीएमएफ को लेकर आरोप लगाने का ऑडियो वायरल हो रहा है..जिसमे कलेक्टर वर्मा बीपीओ कॉल सेंटर के कर्मचारियों से बात कर रहे है..और वे 25 करोड़ की राशि के बदले 80 करोड़ के काम बाटे जाने की पुष्टि कर रहे है..वे स्पष्ट तौर पर कर्मचारियों से कहते सुनाई पड़ रहे है की गलती मेरी है जो मेरी पोस्टिंग यहाँ हुई है..पुराना कलेक्टर तो कचरा डालकर चला गया ..और 200 करोड़ रुपये जिले में है बावजूद इसके 550 करोड़ का काम शेंसन करके चला गया..लिख दूंगा तो कार्यवाही हो जाएगी ..इसके अलावा हाल ही के दिनों में खनिज शाखा में लंबे समय से जमे बाबुओ का कलेक्टर वर्मा ने स्थान्तरण किया है..
बता दे की दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा जिले में खनिज सम्पदाओं का भारी मात्रा में भंडार है..जहाँ आयरनोर की एस्सार और एनमडीसी कम्पनियों की भारी मात्रा में खदाने संचालित है..