रायपुर। मत मारो तुम कोख में इसको, इसे सुंदर जग में आने दो.. छोड़ो तुम अपनी सोच पुरानी, इक मां को ख़ुशी मनाने दो.. बेटी के आने पर अब तुम, घी के दिये जलाओ.. आज ये संदेशा पूरे जग में फैलाओ.. एक कविता की ये पक्तियां चरितार्थ करते हुए श्री बालाजी ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. देवेन्द्र नायक ने बडी घोषणा की है।
घोषणा यह है कि अब प्रदेश में बड़े निजी अस्पतालों में से एक श्री बालाजी सुपर स्पेशियालिटी हॉस्पिटल्स में बेटी के जन्म पर अस्पताल कोई भी चार्ज नहीं लेगा। डॉ. नायक ने कहा है कि बेटी चाहे नार्मल हो या सीजेरियन तरीके से अस्पताल में परिजनों से 1 रुपए का भी शुल्क नहीं लिया जाएगा। वहीं अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के लिए कंसल्टेंट भी पूरी तरह फ्री कर दिया गया है। ये सुविधा हर वर्ग के लोगों के लिए लागू होगा।
डॉ. नायक ने आगे कहा कि श्री बालाजी हॉस्पिटल्स निजी चिकित्सा के क्षेत्र में मध्यभारत का सबसे बड़ा अस्पताल है, जिसे प्रदेशवासियों का प्यार 11वें साल तक भरपूर मिला। यही वजह है कि आज यह अस्पताल अपने 12वें वर्ष प्रवेश कर चुका है, जो प्रदेश के गरीब तबके से लेकर हर वर्ग के लोगों का ख्याल रखते हुए बेटी के जन्म पर परिजनों को नि:शुल्क सेवा का तोहफा दे रहा है। यह एक छोटा सा प्रयास है ताकि हम बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं के सपनों को साकार सके।
अन्य राज्य के लोग भी उठा सकते है लाभ
श्री बालाजी ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के मेडिकल डायरेक्टर डॉ देवेंद्र नायक ने कहा कि इस सुविधा का लाभ देश के किसी भी राज्य के लोग उठा सकते है। इसके लिए किसी भी तरह का क्राइटेरिया निर्धारित नहीं किया गया है। हालांकि उन्होंने ये स्पष्ट कर दिया है कि इसमें प्रक्रिया के दौरान दवाई का शुल्क गर्भवती महिला के परिजनों को वहन करना होगा।
बेटा हुआ तो मिलेगा 50 फीसदी छुट
डॉ. नायक ने बेटे के जन्म को लेकर भी एक खास पहल की। जिसमें बेटे की डिलीवरी में भी 50 प्रतिशत डिस्काउंट अस्पताल द्वारा दिया जाएगा। वहीं सीजेरियन का शुल्क भी 10 हजार रुपए निर्धारित कर दिया गया है। इसमें दवाएं और अस्पताल का शुल्क भी शामिल है। ये सुविधा जनरल वार्ड में ही उपलब्ध होगी।
15 फरवरी से मिलेगा इस योजना का लाभ
डॉ देवेंद्र नायक ने बताया कि इस योजना का लाभ अगले 1 हफ्ते बाद से यानी 15 फरवरी 2020 से निरंतर जारी रहेगा। वहीं गर्भावस्था में टेस्ट के शुल्क में भी 50 प्रतिशत डिस्काउंट उपलब्ध होगा।