जगदलपुर..भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय जल शक्ति एवं जनजातीय मामलों के राज्यमंत्री विश्वेश्वर टूडू बस्तर दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ के बस्तर इलाके में इंद्रावती नदी के साथ उड़ीसा से चल रहे विवाद को लेकर भी समस्या के समाधान का वायदा किया। दोनों राज्यों के बीच जोरा नाला संगम पर जल के बराबर बंटवारे को लेकर पहले ही कई बैठकें हो चुकी हैं लेकिन मौके पर इन बैठकों के बाद बनाए गए कंट्रोल स्ट्रक्चर (structure) के बावजूद भी बस्तर को अपने हिस्से का पानी इंद्रावती नदी से नहीं मिल रहा है। और इसी वजह से लगातार इंद्रावती नदी में जल प्रवाह कम हो रहा है। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री स्थानीय लोगों सीडब्ल्यूसी (CWC) के अधिकारी और दोनों राज्यों के प्रमुख जल संसाधन अधिकारियों के साथ मौके पर मुआयना करने पहुंचे।
छत्तीसगढ़ सरकार ने इस स्ट्रक्चर की उपयोगिता को लेकर पहले ही शिकायत कर रखी है और उड़ीसा से इस मामले में उचित सुधार की मांग की है। मौके पर पहुंचे केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने माना कि बस्तर में पर्याप्त पानी इंद्रावती नदी के जरिए नहीं पहुंच रहा है और इसकी वजह बस्तर की तरफ ज्यादा मात्रा में सेंड डिपॉजिट को माना। केंद्रीय मंत्री ने 3 महीनों के अंदर इस मामले में पहल करते हुए रेत के टीलों को बारिश से पहले हटाने का आश्वासन दिया है। इसके साथ ही उन्होंने सीडब्ल्यूसी के चेयरमैन की अध्यक्षता में छत्तीसगढ़ और उड़ीसा (UDHISHA) के सचिव स्तर के अधिकारियों के साथ बैठक कर समस्या के समाधान पर निर्णायक पहल करने की बात कही है।
उन्होंने यह भी कहा कि जो जोरानाला जल विवाद की शुरुआत कैसे हुई और जोरानाला में इंद्रावती नदी कैसे समाने लगी गंभीर विषयों पर भी आवश्यक जानकारियां निकाली जाएंगी जिससे दोनों राज्यों के बीच समस्या को सुलझाने में मदद मिलेगी। बीते तीन दशक से बस्तर और उड़ीसा के बीच इंद्रावती नदी को लेकर विवाद जारी है।और बस्तर में यह प्रमुख नदी निरंतर सूख रही है केंद्रीय मंत्री के दौरे से इस समस्या के समाधान की तरफ लोगों की उम्मीदें बढ़ी हैं।