जिस रास्ते से जिले के कलेक्टर भी गुजरे है कई बार… उसी रास्ते में रेत की कालाबाजारी धड़ल्ले से जारी… चार वर्षीय वीना पंडो भी हो गई प्रशासन की अनदेखी का शिकार

बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)..जिले में लगातार राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले पंडो जनजाति के लोगों के मौत के आंकड़े थमने का नाम नहीं ले रहे हैं..बीती शाम लगभग 7:00 बजे 108 वाहन की मदद से सनावल से रेफर लेकर रामानुजगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एक 4 वर्षीय पंडो जनजाति बालिका को इलाज के लाया जा रहा था..लेकिन रास्ते में काफी मात्रा में रेत लोड लगभग 200 ट्रकों की लाइन लगी थी..जिसमें 108 वाहन फस गई..इस दौरान 4 वर्षीय मासूम विशेष जनजाति बालिका की मौत हो गई..वही 108 वाहन में तैनात स्टॉप राजेश कुशवाहा ने बताया कि उक्त बालिका की स्थिति काफी क्रिटिकल थी..उसे सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही थी..लेकिन रास्ते में रेत से लदे सैकड़ों ट्रकों की कतार के चलते हॉस्पिटल तक पहुंचने में काफी देर हो गई..और हॉस्पिटल पहुचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया..

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दरअसल बलरामपुर जिले के रामचंद्रपुर ब्लाक में इन दिनों रेत का अवैध उत्खनन धड़ल्ले से जारी है..और स्थानीय प्रशासन की उदासीनता के चलते एनजीटी के नियमों को ताक पर रखते हुए रेत माफियाओ द्वारा सीधे नदी से रेत का अवैध उत्खनन करते हुए प्रतिदिन सैकड़ों की तादाद में रेत का परिवहन किया जा रहा है..

यदि जिला प्रशासन अवैध रेत उत्खनन पर लगाम नही लगा पा रहा है.. और लगता है कि ऐसे अवैध कार्यों पर जिला प्रशासन की मौन स्वीकृति है..