बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)..जिले में संचालित एक राइस मिल को राजस्व अमले ने सील कर दिया है..जानकारी के मुताबिक राइस मिल में रेत का अवैध भंडारण कर उसे पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में बेचा जा रहा था..वही राजस्व अमले ने राइस मिल के अंदर लगभग 1300 घन मीटर रेत को जप्त किया है..और इस मामले में अग्रिम कार्यवाही जारी है..
बता दे कि रामानुजगंज में संचालित राइस मिल में लगभग सप्ताहभर से रेत का अवैध भंडारण किया गया था..जहाँ से रेत का अवैध कारोबार फल -फूल रहा था..जिसकी सूचना मिलने के बाद एसडीएम रामानुजगंज अभिषेक गुप्ता,डिप्टी कलेक्टर व प्रभारी तहसीलदार विवेक चंद्रा ने राइस मिल में दबिश दी थी..और राजस्व अमला रेत के ढेर को देखकर हैरान रह गया था..और हैरानी का कारण भी लाजमी है..की राइस मिल में 1300 घनमीटर रेत पाया गया ..बहरहाल राइस मिल को सील कर दिया गया है..
खाद्य विभाग को कैसे नही लगी तस्करी की भनक!..
राइस मिल में चावल की जगह भारी तादाद में रेत की ढेर मिलने से हड़कम्प गया है..इसके साथ ही यह भी एक सवाल उठ खड़ा हुआ है..की क्या राइस मिल में रेत के अवैध भंडारण व बिक्री की जानकारी विभाग को नही थी?..और अगर थी तो कार्यवाही क्यो नही की गई?..
स्थानीय पुलिस की मिलीभगत..
विश्वस्त सूत्रों की माने तो राइस मिल से निकलने वाली रेत के खेप की जानकारी स्थानीय पुलिस को थी..और पुलिस के संरक्षण से ही यह सम्भव हो पाया था..जिसकी भनक पुलिस अधीक्षक आरके साहू को लग चुकी थी..जिसके बाद एसपी के निर्देश पर त्रिकुंडा थाने में 6 रेत से भरे ट्रकों पर कार्यवाही की गई..
रेत के खनन से भंडारण तक का खेल
जिस राइस मिल को रेत के डंपिग यार्ड के रूप में तब्दील कर दिया गया था..वह एक क्षेत्रीय लोकप्रिय जनप्रतिनिधि बताई जा रही है..और रेत का अवैध उत्खनन ग्राम पुरानडीह कन्हर नदी से किया जा रहा था..जिसे क्षेत्रीय जिला पंचायत सदस्य के कार्यालय के सामने से लेकर राइस मिल में डंप किया जाता था..और राजनैतिक रसूख ने ग्रामीणों के उठते विरोध के स्वर को कुचल दिया था..
बहरहाल राइस मिल सील कर दी गई है..और रेत को जप्त किया गया है..और अब देखने वाली बात है..की राजनैतिक रसूख के दमपर चल रहे इस खेल पर केवल जुर्माने की कार्यवाही होगी या मामला खनिज विभाग के पाले में जायेगा!..