बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)..कलेक्टर विजय दयाराम के. की पहल पर अब आदिवासी बाहुल्य बलरामपुर जिले में मिलेट मिशन के अंतर्गत 12000 हेक्टेयर में रागी की खेती करने का लक्ष्य रखा गया है. और इसी कड़ी में जिले के रामचन्द्रपुर विकासखण्ड के ग्राम चरगढ़ व सिलाजु में लगभग 1000 हेक्टेयर में रागी की खेती भी किसानों ने शुरू कर दी है. जिसका जायजा लेने कल खुद कलेक्टर पहुँचे थे. उन्होंने किसानों से भी चर्चा कर उन्हें धान के बदले अन्य फसल लेने प्रोत्साहित किया.
दरअसल, देश-विदेश में कोदो-कुटकी, रागी जैसे मिलेट की बढ़ती मांग को देखते हुए. छत्तीसगढ़ में मिलेट मिशन शुरू किया गया है. छत्तीसगढ़ सरकार ने मिलेट मिशन के माध्यम से वर्ष 2023 तक छत्तीसगढ़ को देश में मिलेट हब के रूप में पहचान बनाने का भी लक्ष्य रखा है. मिलेट मिशन से वनांचल और आदिवासी क्षेत्र के किसानों को आमदनी होगी. यही नही किसान धान के बदले अन्य फसल ऊपजाने में दिलचस्पी रखेंगे.
बता दें कि बाकी अनाज के मुकाबले रागी में 5 से 30 गुना ज्यादा कैल्शियम पाया जाता है. राष्ट्रीय पोषण संस्थान के अनुसार 100 ग्राम रागी में 344 एमजी कैल्शियम पाया जाता है. जो पूरे दिन की कैल्शियम की जरूरत को पूरा करने के लिए पर्याप्त है. रागी में कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है. जिससे हड्डियां, दांत मजबूत रहते हैं और ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डियों से जुड़ी बीमारी) से राहत मिलती है.
वही कलेक्टर ने अपने दौरे के दौरान ग्राम चरगढ़ व सिलाजु के किसानों से भी चर्चा की. उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त करते हुये कहा कि रागी के खेती के सम्बन्ध में कृषि विभाग उनका परस्पर सहयोग करेगा. कलेक्टर ने किसानों को बताया कि रागी की फसल कम पानी मे भी आसानी से तैयार हो जाएगा. तथा वर्तमान समय मे रागी की खरीदी वनोपज समितियों के माध्यम से छत्तीसगढ़ सरकार कर रही है.
गौरतलब है कि मिलेट मिशन के तहत हालिया दिनों में कलेक्टर विजय दयाराम ने कृषि विभाग के अधिकारियों की बैठक ली थी. बैठक में कलेक्टर ने अधिकारियों को रागी की खेती के लिए लक्ष्य निर्धारित करने निर्देश दिये थे. जिसके बाद रागी के खेती की कवायद तेज हुई. वर्तमान समय मे कृषि विभाग के पास रागी की खेती के लिये 2000 हेक्टेयर बीज उपलब्ध है. जिसमे से 1000 हेक्टेयर पर बुआई शुरू भी कर दी गई है. वही कलेक्टर ने शासन स्तर पर 5000 हेक्टेयर के लिये रागी बीज की मांग पत्र प्रेषित कर की है.