
बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)..कन्हर नदी पर निर्मित एनीकट का गेट खुलने से स्टॉप डेम में स्टोर पानी बह गया है..पानी के बहने से अब लगभग 25 हजार की आबादी वाले रामानुगंज जल संकट मंडरा रहा है!.इधर गेट खुलने के बाद लोगो का हुजूम कन्हर नदी में मछली पकड़ने पहुंच गया..जिसमें महिलाएं भी शामिल रही..

जिले से होकर गुजरने वाली कन्हर नदी पर छत्तीसगढ़ -झारखंड सीमा पर रामानुजगंज में एनीकट का। निर्माण कराया गया है..और रामानुजगंज की लगभग आधे से अधिक की आबादी कन्हर नदी पर आश्रित है..इसीलिए कन्हर नदी को रामानुजगंज की जीवनदायिनी भी माना जाता है..लेकिन नदी पर निर्मित एनीकट का खुलने से स्टॉप डेम में स्टोर पानी बह गया है..जिसके बाद अब नगरवासियों को जल संकट की चिंता सताने लगी है..

कन्हर नदी पर पानी स्टोर करने बनाये गये एनीकट की वजह से पिछले कई वर्षों तक रामानुजगंज वासियों को जल संकट से जूझना नहीं पड़ा था..लेकिन मौजूदा दौर में परिस्थितियां बदली है..सबसे अहम सवाल यह है कि एनीकट का गेट अपने आप कैसे खुल सकता है..या फिर किसी शरारती तत्त्वों का इसमें हाथ हो सकता है..यह सब अब जांच का विषय है..

बता दे की कन्हर नदी का एनीकट बीते कुछ वर्षों में बरसात के दिनों में सुर्खियों में तब आता है..जब नदी में बाढ़ की स्थिति निर्मित हो जाया करती है..और लोग एनीकट के ऊपर से पानी बहने के बावजूद एनीकट सहारे नदी को पार करते है..जिससे अनहोनी की स्थिति भी निर्मित हो जाया करती है!
